दूसरे जिले में टीका लगाना है तो दिखानी होगी आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट

ऋषिकेश। 18 से 44 साल की आयु वालों के लिए सरकार ने कोरोना टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन इसमें एक पेंच फंस रहा है। जिला बदलते ही लोगों को टीका लगवाने के पहले आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी, तभी उन्हें टीका लगेगा। मंगलवार को मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद इंटर कॉलेज के टीकाकरण केंद्र में दूसरे जिले से टीके के लिए आए लोगों को ऐसी ही परेशानी झेलनी पड़ी। कोरोना की रोकथाम और बचाव को सरकार कर्फ्यू लगाने के साथ ही कोरोना के टीके लगवा रही है। 10 मई से 18 से 44 साल की आयु के लोगों के लिए टीके की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे युवाओं में खासा उत्साह भी दिख रहा है। लेकिन समस्या यहीं खत्म नहीं होती। ऋषिकेश की सीमा से सटे मुनिकीरेती के पूर्णानंद इंटर कॉलेज में लोगों को नई समस्या से जूझना पड़ रहा है। ऋषिकेश के शांतिनगर निवासी अभिषेक गुप्ता, जतिन गुप्ता और शालिनी ने बताया कि ऋषिकेश में स्लॉट खुल नहीं रहा था। इसके बाद उन्होंने मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद इंटर कॉलेज में बने टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने के ऑनलाइन आवेदन किया। इसके बाद उनका पंजीकरण हुआ। इसमें मंगलवार का समय दिया गया। ऑनलाइन फार्म में उन्हें 11 सुबह से 12 बजे दोपहर तक का समय मिला। वे सुबह तय समय पर अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पूर्णानंद इंटर कॉलेज के केंद्र पर पहुंचे। यहां पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग के मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि टीका नहीं लग सकता। कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि दूसरे जिले से आने वालों को पहले कोरोना की आरटीपीसीआर जांच करवानी होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर टीका लगेगा। काफी जद्दोजहद करने के बाद वे मायूस होकर घर लौट गए।
सरकारी गाइडलाइन के तहत नजदीकी टीका केंद्र पर लोगों को टीके लगवाने की सुविधा दी गई है। दूसरे जिले में टीका लगवाने को लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की जांच अनिवार्य की है, लिहाजा ऐसे लोगों को टीका नहीं लगाया गया होगा। – युक्ता मिश्रा, एसडीएम नरेंद्रनगर