दुष्कर्म का आरोपी झोलाछाप डॉक्टर देहरादून से गिरफ्तार
हाई डोज से गई महिला की आखों की रोशनी
देहरादून। राजधानी देहरादून के गांधी शताब्दी अस्पताल में मिली राजस्थान निवासी महिला से दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि हुई है। राजस्थान की पाली पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को देहरादून के पास से गिरफ्तार भी कर लिया है।बताया जा रहा है कि महिला के साथ 10 दिनों तक दुष्कर्म किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने महिला को दवाई खिलाकर दुष्कर्म किया। दवा की हाई डोज के कारण उसकी आंखों की रोशनी भी चले जाने की बात कही जा रही है। पिछले सप्ताह एक महिला एक पुरुष के साथ देहरादून के गांधी शताब्दी अस्पताल पहुंची थी। यहां उन्होंने पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाया और फिर महिला डॉक्टर के पास गए। इसी बीच दोनों में झगड़ा हुआ तो पुरुष उसे छोडक़र भाग गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि पुरुष उस महिला के गांव का ही रहने वाला झोलाछाप डॉक्टर था। महिला के अनुसार उसने एक इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद उसकी आंखों की रोशनी कमजोर हो गई। इलाज के बहाने वह उसे देहरादून लेकर आया था। स्थानीय पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि महिला की तो पाली जनपद में गुमशुदगी दर्ज है। ऐसे में दो दिन बाद राजस्थान पुलिस महिला के परिजनों को लेकर पहुंच गई। यहां से महिला को वापस ले जाया गया, लेकिन अब राजस्थान की पाली पुलिस ने उस झोलाछाप डॉक्टर को भी देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। इससे कहानी बिल्कुल बदल गई। पाली के पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि महिला के साथ दुष्कर्म किया गया है। इसकी मेडिकल रिपोर्ट में भी पुष्टि हो चुकी है। आरोपी बद्रीधर वैष्णो के खिलाफ दुष्कर्म और अपहरण के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
हाई डोज से गई आंखों की रोशनी:
पुलिस अधीक्षक पाली ने बताया कि महिला ने पुलिस को बताया कि उसके साथ 10 दिनों तक दुष्कर्म किया गया है। उसने उसे दवाई ही इसलिए खिलाई थी कि उससे बार-बार दुष्कर्म किया जा सके। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन भी दिया था। इसी की हाई डोज के कारण महिला की आंखों की रोशनी जाने का अंदेशा जताया जा रहा है।
कार से मिली फाइल की भी पड़ताल:
देहरादून में अस्पताल के बाहर बद्रीधर की कार भी मिली थी। इस कार में एक फाइल मिली थी। वह फाइल किसी महिला के इलाज की बताई जा रही है। उस फाइल पर किसी अन्य महिला का नाम लिखा था। पाली पुलिस के अनुसार इस फाइल की भी पड़ताल की जा रही है। अंदेशा है कि शायद यह महिला भी उस झोलाछाप डॉक्टर का शिकार हुई हो।