
देहरादून(आरएनएस)। ब्रिटिश पर्यटक और मुंबई एयरपोर्ट कर्मचारी बन साइबर ठगों ने दून के पर्यटक गाइड से 1.18 लाख रुपये ठग लिए। मामले में नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने साइबर ठगी धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसओ नेहरू कॉलोनी संजीत कुमार ने बताया कि साइबर ठगी योगेश मिश्रा निवासी अजबपुर, शास्त्रीनगर से हुई। योगेश ने बताया कि बीते जुलाई में उनके मोबाइल पर यूके के नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज आने शुरू हुए। मैसेज करने वाले ने अपना परिचय ब्रिटिश पर्यटक मर्सी डिवाइन रूप में दिया। उसने उत्तराखंड घूमने के लिए सलाह मांगी। ठग ने पर्यटक स्थल जैसे मसूरी, ऋषिकेश आदि का जिक्र कर विश्वास जीत लिया और होटल व कार की व्यवस्था की बात की। योगेश पहले विदेशी पर्यटकों की मदद कर चुके हैं। ऐसे में इनकी मदद को हामी भर दी। चार अगस्त को मैसेज किया कि वह मुंबई एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। ब्रिटेन से लाई अधिक नकदी के कारण कस्टम ड्यूटी, फाइन और टैक्स के रूप में 1.18 लाख 780 रुपये चुकाने पड़े हैं। रो-रोकर मदद मांगी और कहा कि उनके पास भारतीय मुद्रा नहीं है। विश्वास दिलाने के लिए एक महिला ने योगेश के दूसरे नंबर पर कॉल की। जिसने खुद को मुंबई एयरपोर्ट का कर्मचारी बताकर मामले को सही बताया। गलती से विश्वास कर योगेश ने अलग-अलग दिनों में उनके बैंक खाते में यह रकम भेज दी। ठगी के बाद 26-27 अगस्त को ठग ने फिर मैसेज किए कि उन्हें भारत घूमने की अनुमति मिल गई थी, पर नकदी ले जाने की मंजूरी नहीं। उन्होंने वादा किया कि ब्रिटेन से गिफ्ट और योगेश के पैसे का चेक कूरियर से भेज देंगे। दो-तीन दिन बाद मैसेज आया कि चेक भेज दिया गया है। जो अब तक नहीं मिला। तब पीड़ित ने साइबर अपराध थाने में तहरीर दी। वहां जीरो एफआईआर नेहरू कॉलोनी थाने भेजी गई। एसओ संजीत कुमार ने बताया कि शिकायत पर मंगलवार को मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।


