नई दिल्ली (आरएनएस)। दिग्गज कम्युनिस्ट नेता और तीन बार संसद के सदस्य रह चुके शिवाजी पटनायक का निधन हो गया, उनकी उम्र 93 वर्ष थी। सीपीआईएम के नेता अली किशोर पटनायक ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिवाजी बाबू का सोमवार को प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें रविवार को तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि शिवाजी पटनायक को ओडिशा में सीबीआईएम की स्थापना के लिए याद किया जाता है। उनका जन्म 10 अगस्त 1930 को हुआ था, महज 17 साल की उम्र में उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा जब वह रेवेनशॉ कॉलेज में पढ़ते थे।
1964 में जब कम्युनिस्ट पार्टी का विघटन हुआ तो सीपीआईएम के गठन में शिवाजी पटनायक ने अहम भूमिका निभाई थी। 1971 से 1990 के बीच वह पार्टी के सचिव भी रहे। उन्हें पार्टी की केंद्रीय कमेटी में भी चुना गया था। 1977 में पहली बार लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करके शिवाजी पटनायक संसद पहुंचे थे। इसके बाद 1989 और 1991 में उन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। उन्होंने भुवनेश्वर लोकसभा सीट से चुनाव में जीत दर्ज की थी। अपने लंबे राजनीतिक करियर में पटनायक ने ट्रेड और किसान आंदोलन की अगुवाई की। पूरे प्रदेश में उन्होंने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और अन्य दल के नेताओं ने शिवाजी पटनायक के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।