Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राष्ट्रीय
  • देश में एक और बीमारी, हजारों की तादाद में मिल रहे श्लेष्मा के मरीज- 50 प्रतिशत लोगों की जा रही जान
  • राष्ट्रीय

देश में एक और बीमारी, हजारों की तादाद में मिल रहे श्लेष्मा के मरीज- 50 प्रतिशत लोगों की जा रही जान

RNS INDIA NEWS 12/05/2021
default featured image

नई दिल्ली (आरएनएस)। एक तरफ कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। देश में इस वक्त भी कोरोना के 30 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। वहीं दूसरी तरफ इस महामारी के बीच एक और बीमारी ने इस समय आफत ला दी है, वो है श्लेष्मा। कोरोना के लक्षणों के बीच मरीजों में श्लेष्मा के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, महाराष्ट्र-गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में इसका असर ज़्यादा देखने को मिल रहा है। हालात ये हैं कि इसके करीब 50 फीसदी मरीज़ों की जान जा रही है।
महाराष्ट्र में इस वक्त श्लेष्मा के करीब 2000 से ज्यादा एक्टिव केस सामने आ गए हैं, जिसने राज्य सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। अब जिन अस्पतालों के साथ मेडिकल कॉलेज अटैच हैं, वहां पर श्लेष्मा बीमारी के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि राज्य में कोरोना के मामले जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, उसी रफ्तार से श्लेष्मा के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में सरकार ने ज़रूरी कदम उठाना शुरू कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार श्लेष्मा के लक्षणों में एक ब्लैक फंगस भी है, जिसके कारण 50 फीसदी मरीज़ों की जान जा रही है।
श्लेष्मा के लक्षणों में ब्लैक फंगस के अलावा सिर दर्द, बुखार, आंख, नाक में ज़ोरदार दर्द और आंखों की रोशनी चला जाना भी शामिल है।
महाराष्ट्र के अलावा गुजरात में भी श्लेष्मा के कई मामले सामने आ रहे हैं। गुजरात में 100 के करीब ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें ब्लैक फंगस के लक्षण हैं, जबकि कुछ मरीज़ों की आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ा है। गुजरात के राजकोट में इसके लिए अलग से अस्पताल बनाया गया है, जहां पर स्पेशल वार्ड की व्यवस्था की गई है।
राजस्थान के जयपुर में भी बीते दिनों करीब 40 मरीज़ ऐसे पहुंचे, जिनमें ब्लैक फंगस की शिकायत थी। इसमें से कुछ मरीजों की आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ा है। ऐसे में कोरोना संकट के बीच पैदा हो रही इस मरीजों की मुश्किल से चिंताएं बढऩे लगी हैं।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: कोरोना अपडेट: राज्य में आज आए 7749 संक्रमित
Next: भावनगर के कोविड केयर सेंटर में लगी आग

Related Post

default featured image
  • राष्ट्रीय

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, पत्नी ने की बिना शर्त रिहाई की अपील

RNS INDIA NEWS 03/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

तिरुवन्नामलाई में 2 पुलिसकर्मियों पर 19 वर्षीय युवती से रेप का आरोप, निलंबित और गिरफ्तार

RNS INDIA NEWS 01/10/2025
WhatsApp Image 2025-10-01 at 21.24.39
  • राष्ट्रीय

आरएसएस के 100 साल पर प्रधानमंत्री मोदी जारी किया विशेष डाक टिकट और सिक्का

RNS INDIA NEWS 01/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 04 अक्टूबर
  • स्कूटी सवार महिला के कान से कुंडल छीनने का आरोपी धरा
  • शिक्षा मंत्री ने अंक सुधार परीक्षा में सफल छात्रों को दी बधाई
  • सिंचाई विभाग के पेंशनर्स एरियर भुगतान को लेकर धरने पर बैठे
  • राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जनसामान्य की भागीदारी सुनिश्चित करें:  सीएम
  • वासुकीताल ट्रेक से भटके युवक को रेस्क्यू टीम ने सकुशल निकाला

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.