दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए शुरू की तैयारी, उठाए जाएंगे ये कदम
नई दिल्ली (आरएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हर साल सर्दियों में बढऩे वाले वायु प्रदूषण की रोकथाम में लिए आम आदमी पार्टी सरकार ने अभी से 14 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम शुरू कर दिया है।इसमें इस बार वाहनों के संचालन पर लागू होने वाले ऑड-ईवन नियम के खिलाफ घर से काम को तरहीज दी जा सकती है।इस संबंध में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को सचिवालय में एक विशेष बैठक बुलाकर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की।
बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पर्यावरण मंत्री राय ने बताया कि विशेषज्ञों ने गंभीर श्रेणी के प्रदूषण वाले दिनों में दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि इससे प्रदूषण के स्तर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।मंत्री ने बताया कि इस सुझाव पर आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों और सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक करने के लिए वह शुक्रवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा जाएगा।
पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि बैठक में सभी संबंधित विभागों के प्रमुख अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने भाग लेकर वाहनों के संचालन में ऑड-ईवन नियम की जगह घर से काम करने पर जोर देने का सुझाव दिया है।उन्होंने कहा कि इस बार सरकार लोगों को प्रदूषण के दिनों के दौरान घर से काम करने को प्रोत्साहित करेगी और ऑड-ईवन नियम के स्थान पर एक स्लॉट के वाहनों पर स्वैच्छिक प्रतिबंध का फार्मूला लागू करेगी।
पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि विशेषज्ञों की बैठक में मुख्य सुझाव प्रदूषण से जुड़े लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने का भी मिला है। ऐसे में इस बार सरकार इस संबंध में विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों प्रेरित करेगी।उन्होंने बताया कि बैठक में विभिन्न कार्यालयों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करने, बायोमास जलने से रोकने के लिए कंपनियों के सीएसआर फंड से हीटर खरीदकर वितरित करने, इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के भी सुझाव मिले हैं।
पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि बैठक में मिले सुझावों के आधार पर आगामी शीतकालीन कार्य योजना तैयार की जाएगी। यह बैठक अच्छे सुझावों के लिए ही आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी विभागों के सहयोग से गर्मी और सर्दी के लिए एक्शन प्लान बनाकर प्रदूषण कम करने में सफलता पाई है। संयुक्त प्रयासों के कारण 2016 में जहां अच्छे, संतोषजनक और मध्यम दिनों की संख्या 110 थी, जो 2023 में बढक़र 206 पहुंच गई है।
मंत्री राय ने कहा कि इस वर्ष के लिए 14 ध्यान देने योग्य बिंदुओं की पहचान की गई है और सरकार इन पर प्राथमिकता के साथ काम करेगी। इनमें धूल, वाहनों और औद्योगिक प्रदूषण, पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण, खुले में कूड़ा जलाने और पटाखे फोडऩे से होने वाला प्रदूषण प्रमुख है।उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण रोकने के लिए ग्रीन कवर बढ़ाने और वृक्षारोपण के साथ-साथ जन भागीदारी को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
मंत्री राय ने कहा कि शीतकालीन कार्य योजना के संबंध में 5 सितंबर को सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी और एक संयुक्त कार्य योजना तैयार की जाएगी। इसके अलावा निर्धारित बिंदुओं के आधार पर विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।