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दिल्ली में छठ की तैयारी: 1000 से ज्यादा घाट तैयार

  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में महापर्व छठ की तैयारी सरकार की ओर से लगभग पूरी हो चुकी है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने जानकारी देते हुए कहा कि यहां एक हजार से ज्यादा घाट तैयार किए गए हैं। वहीं उन्होंने कालिंदी कुंज में यमुना नदी का दौरा किया और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। दिल्ली के सोनिया विहार इलाके में बने घाटों पर ड्रोन की मदद से तैयारियों का जायजा लिया गया।
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार छठ पूजा के महा आयोजन की तैयारी में जोर-जोर से जुटी हुई है। दिल्ली में 1000 से ज्यादा छठ घाट दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए हैं। जिससे कि छठ व्रती अपने घर के आसपास ही किसी घाट पर अर्घ्य दे सकें।
वहीं सोमनाथ भारती ने कहा कि मैंने आज कालिंदी कुंज बैराज के पास दिल्ली जल बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे यमुना नदी में डिफोमिंग के काम का जायजा लिया। बैराज के एक तरफ जहां कोई फोम नहीं है वहीं दूसरे तरफ यमुना नदी का पानी ऊंचाई से गिरने के कारण थोड़ा फोम बन जाता है।
भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह भी बता दूं कि कालिंदी कुंज बैराज का कंट्रोल भाजपा शासित उत्तर प्रदेश सरकार के पास है। वह शायद जानबूझकर बैराज के वही गेट खोलते हैं जो दिल्ली की तरफ हैं।
छठ पूजा की तैयारियों के बीच यमुना नदी में जहरीले झागों को हटाने के लिए केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है। वीडियो में देख सकते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खराब है। यमुना नदी में जहरीले झाग देखे गए हैं।

जानिए क्यों बनते हैं पानी में झाग
– कालिंदी कुंज में ज्यादा झाग इसलिए बनता है, क्योंकि इस हिस्से में नदी पूरी तरह प्रदूषित रहती है और पानी ओखला बैराज से ऊंचाई से छोड़ा जाता है।
– आक्सीजनेशन की प्रक्रिया सर्दी शुरू होने के साथ कम हो जाती है।
– छठ व्रतियों को लिए ज्यादा पानी छोड़ा जाता है, जिसमें ज्यादा फॉस्फेट होता है।
– कार्बनिक अणुओं के सड़ने से झाग बनता है।
– पेड़-पौधों के अलावा घरों और फैक्ट्रियों से निकलने वाले सीवेज से भी यह बनता है।
– इससे पानी का सतही तनाव कम हो जाता है।
– बुलबुला पानी की सतह पर तैरता है।


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