देहरादून के बोर्डिंग स्कूल को हलाल मीट का टेंडर जारी करना पड़ा महंगा, प्रबंधन पर मुकदमा

देहरादून। देहरादून के एक प्रमुख बोर्डिंग स्कूल को अपने कैन्टीन में हलाल का मीट उपलब्ध कराने से सम्बंधित टेंडर निकालना महंगा पड़ गया है। स्कूल के प्रबंधक, प्राचार्य और उप-प्राचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इन सभी पर स्कूल की मेस के लिए हलाल मांस की आपूर्ति के लिए टेंडर जारी कर समुदायों के बीच शत्रुता को बढ़ाने का आरोप है। स्कूल प्रबंधन के खिलाफ बजरंग दल के सदस्यों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ समुदायों के बीच दंगा भडक़ाने वाले बयान प्रकाशित करने के आरोप में गुरुवार शाम को आईपीसी की धारा 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया था। महावीर सिंह ने कहा, बजरंग दल के नेता विकास वर्मा से शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, हमने अभी तक प्राथमिकी में स्कूल प्रबंधन के प्रतिनिधियों से पूछताछ नहीं की है। उचित जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ता और बजरंग दल के देहरादून नेता वर्मा ने पुलिस कार्रवाई का स्वागत किया, लेकिन कहा कि उनके खिलाफ मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाई जानी चाहिए थीं। वर्मा ने कहा कि वे जो कर रहे थे, वह पूरी तरह से अक्षम्य है। वे हिंदू समुदाय के छात्रों को भी परोसने के लिए सिर्फ हलाल मांस की आपूर्ति को आमंत्रित कर रहे थे, जो कि हिंदू धर्म में अनुमति नहीं है। हमने उन्हें झटका मांस के लिए किसी भी पुराने टेंडर के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा था, जो कि है हिंदू धर्म में अनुमति है, लेकिन वे कोई भी दिखाने में विफल रहे। यह सिर्फ दिखाता है कि स्कूल प्रबंधन लंबे समय से ऐसा कर रहा था।