

रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। भरदार क्षेत्र के दरमोला गांव में चल रहे पांडव नृत्य में बड़ी संख्या में दर्शक पांडव नृत्य देखने पहुंच रहे हैं। सोमवार को नौगरी के कौथिग (गांव घूमने की परम्परा) के दौरान ग्रामीणों ने पांडव पश्वों के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए। जबकि इसके बाद पांडवों ने अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य शुरू किया। इस दौरान भगवान नागराजा के चांदी के जीनस की प्राण प्रतिष्ठा कर उसे चढ़ाया गया। दरमोला पांडव चौक में चल रहे पांडव नृत्य के दौरान सोमवार को नौगरी कौथिग का आयोजन हुआ। पांडव पश्वाओं ने गांव का भ्रमण किया। ग्रामीणों ने पांडवों के लिए घर में कई पकवान बनाए। पांडवों के लिए बनाए पकवान का भोग भगवान बद्री विशाल व शंकरनाथ देवता को लगाया, उसके बाद ही पांडव पश्वाओं ने इसे ग्रहण किया। पांडव समिति के अध्यक्ष विक्रम पंवार एवं कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कप्रवान ने बताया कि 25 नवम्बर को गेंडा कौथिग व सिरोता एवं 26 नवम्बर को फल वितरण के साथ पांडव नृत्य का समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक भक्तों से पांडव नृत्य में पहुंचकर पुण्य अर्जित करने की अपील की। नृत्य देखने के लिए दरमोला के साथ ही जवाड़ी, तरवाडी, रौठिया, स्वीली, सेम, डुंग्री, उत्यासू, मेदनपुर समेत दूर-दराज गांवों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे हुए थे। इस अवसर पर पुजारी कीर्तिराम डिमरी, पूर्व अध्यक्ष जसपाल सिंह पंवार, रमेश सिंह, मंगल सिंह, एनएस कप्रवान, त्रिलोक सिंह, दान सिंह, रविन्द्र पंवार, विनोद पंवार, लक्ष्मण पंवार, विजय सिंह, बालम सिंह, दिनेश सिंह, बलवीर सिंह, अनिल सिंह, पुष्कर सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

