दलित दंपति को रस्सियों से बांध.. खेती-झोपड़ी उजाड़ी
एक दलित दंपति को रस्सियों से बांधने के बाद उनका कच्चा मकान और चार बीघा जमीन में खड़े आम-अमरूद के पेड़, मक्का व सब्जी की खेती तहस-नहस करने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़त ने पुलिस को नामजद तहरीर सौंपकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं, दूसरे पक्ष ने जमीन खरीद लेने का दावा किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। रुद्रपुर सत्रहमील चौकी के अंतर्गत पुलिस को सौंपी तहरीर में ओमप्रकाश निवासी कंचनपुरी ने कहा कि वह ग्रामसभा हल्दी में रह रहे हैं, जहां उनकी चार बीघा भूमिधरी जमीन है। यहीं कच्चे घर में वह पत्नी रामबेटी संग रहते हैं और बाकी जमीन पर आम-अमरूद के पेड़, कद्दू, भिंडी, मक्का की फसल लगायी है। इसी से उनकी गुजर-बसर चलती है। बताया कि जमीन को लेकर गांव के ही कुछ लोगों से उनका पुराना विवाद है। आरोप है कि शनिवार देर रात चारों आरोपी उनके घर पहुंचे और उन्हें व पत्नी को रस्सियों से बांध दिया। इसके बाद आरोपियों ने उनका कच्चा घर तोड़ दिया और सारी फसल तहस-नहस कर दी। आरोपी धमकियां देते हुये फरार हो गये।रविवार सुबह उनके बेटे कुंवरपाल और धर्मेंद्र आये तो उन्होंने रस्सियां खोलीं। इसके बाद परिवार चौकी पहुंचा और पुलिस को नामजद तहरीर सौंपी। चौकी प्रभारी देवेंद्र राजपूत ने बताया कि मौके पर बनी एक झोपड़ी तोड़ी गयी है। बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि यह जमीन बेची गयी थी, जिसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद था। लेकिन बाद में समझौता हो गया था। बताया कि दूसरे पक्ष ने जमीन खरीदने और अपने पास स्टांप होने का दावा किया है। लेकिन, देर शाम तक दूसरे पक्ष ने स्टांप पेश नहीं किया था। बताया कि मामले में जांच की जा रही है।