
देहरादून(आरएनएस)। अधोईवाला चूनाभट्ठा में वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जों की असल तस्वीर सामने आएगी। इसके बाद इन कब्जों को हटाया जाएगा। वक्फ बोर्ड के अनुरोध पर जिलाधिकारी ने जमीन के सीमांकन एवं कब्जों को चिन्हित करने के लिए पैमाइश के आदेश कर दिए हैं। वक्फ बोर्ड के मुताबिक अधोईवाला चूनाभट्ठा वक्फ संख्या आठ में उनके करीब 200 मकान एवं दुकान हैं। जिस पर बड़ी संख्या में कब्जे है। विगत दिनों वक्फ बोर्ड की ओर से मुतवल्ली के माध्यम से करीब 70 से ज्यादा नोटिस दिए थे।
वक्फ से संबंधित कागजात दिखाने या संपत्तियों को खाली करने को कहा गया, लेकिन मकान एवं दुकानों पर काबिज लोगों ने कह दिया यह उनकी निजी संपत्तियां है, वक्फ की नहीं। वक्फ बोर्ड के सीईओ सैय्यद सिराज उस्मान की ओर से जिला प्रशासन को चिट्ठी लिखकर यहां पर पैमाइश कराने का अनुरोध किया ताकि कब्जों की स्थिति स्पष्ट हो सके। डीएम सविन बंसल की ओर से एसडीएम सदर को संपत्तियों का मुतवल्ली की मौजूदगी में सीमांकन करने और कब्जों का कब्जाधारकों एवं संपत्ति का ब्योरा देने को निर्देशित किया है। मुतवल्ली गुलफाम शेख ने बताया कि यहां पर वक्फ की संपत्ति है और विगत दिनों सड़क चौड़ीकरण में भी वक्फ बोर्ड को ही मुआवजा मिला है। करीब साढ़े 32 बीघा जमीन है, जिस पर कब्रिस्तान, मस्जिदें, दुकान और मकान बने हैं। पैमाइश में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। दस अक्तूबर से पैदाइश के लिए कहा गया है। उसके बाद कब्जाधारकों को हटाया जाएगा।
जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से वक्फ संपत्तियों को उम्मीद पोर्टल पर दर्ज कराने के लिए कैंप लगाए जाएंगे। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल मन्नान, कोषाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, नगर अध्यक्ष मुफ्ती अयाज, प्रवक्ता हाफिज शाहनजर ने इस संबंध में बोर्ड अध्यक्ष हाजी शादाब शम्स से वार्ता की। जमीयत की ओर से इस संबंध में वक्फ बोर्ड कार्यालय में ही कैंप लगाए जाने का प्रस्ताव दिया गया, जिस पर सहमति मिल गई है।