चिकित्सा सुविधा के निजीकरण का किया विरोध

हरिद्वार। सीआईटीयू (सीटू) ट्रेड यूनियन ने चिकित्सा सुविधा का निजीकरण करने के निर्णय की आलोचना की है। साथ ही निजीकरण के विरोध की चेतावनी दी है। वही ट्रेड यूनियन ने भारत सरकार और भेल प्रबंधन से वर्तमान में लागू व्यवस्था को यथावत जारी रखने की मांग भी की है। बुधवार को सीटू कार्यालय सेक्टर एक भेल में पदाधिकारियों की बैठक में सीटू के राष्ट्रीय महासचिव, भेल ज्वाइंट कमेटी मे सीटू के केंद्रीय प्रतिनिधि और भूतपूर्व सांसद तपन सेन ने भेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नई दिल्ली को पत्र भेजकर देशहित और कर्मचारी हित में निजीकरण प्रक्रिया को शीघ्र रोकने की मांग की है। तपन सेन का कहना है कि सरकार द्वारा तैयार निजीकरण की पीपीपी मॉडल नीतियों के अंतर्गत भेल कारपोरेट मैनेजमेंट द्वारा भेल हरिद्वार स्थित चिकित्सा सुविधाओं को निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र किया जा रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में जिलाध्यक्ष पीडी बलोनी, महामंत्री इमरत सिंह, भेल कामगार यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, महेंद्र जखमोला, आरपी जखमोला, डीपी रतूड़ी शामिल रहे।