चकराता कैंट ने एक माह में रिसाइकिल कूड़े से 35 हजार कमाए
विकासनगर। चकराता कैंट ने एक माह में रिसाइकिल कूड़े को बाजार में बेचकर 35 हजार रुपये की कमाई की हैं। वहीं कैंट जल्द ही सूखे और गीले कूड़े से खाद बनाना भी शुरू कर देगा। खाद बनाने का प्राथमिक चरण पूरा हो चुका है। कूड़े से बनी खाद बेचने से भी कैंट प्रशासन को आमदनी होगी। दावा है कि इसके साथ ही चकराता कूड़ा मुक्त कैंट क्षेत्र बन जाएगा।
चकराता कैंट बोर्ड के साथ कूड़ा निस्तारण के लिए गोदरेज कंपनी ने अनुबंध किया हुआ है। इसके लिए कंपनी की ओर से चकराता की स्वच्छता पर 75 लाख की राशि खर्च की जाएगी। कंपनी और कैंट प्रशासन ने चकराता में ट्रेंचिंग ग्राउंड के बजाय पर्यावरण पार्क बनाने का निर्णय लिया, जिसमें कूड़े से खाद बनाई जाएगी। कर्मचारी चार तरह का कूड़ा एकत्र करते हैं। गीला, सूखा कूड़ा, प्लास्टिक एवं इलेक्ट्रिक वेस्ट, कपड़े और जूते, लेदर को अलग अलग एकत्र किया जाता है। जिनमें से कपड़े, जूते, लेदर और प्लास्टिक को रिसाइकिल कर बाजार में बेच दिया जाता है। इसी कूड़े से कैंट प्रशासन ने एक माह में 35 हजार रुपये की कमाई की है। जबकि गीले और सूखे कूड़े से खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कैंट बोर्ड के सीईओ आरएन मंडल, सभासद अनिल चांदना ने बताया कि जल्द ही चकराता क्षेत्र कूड़ा मुक्त होने के साथ ही जीरो वेस्ट के माध्यम से पर्यावरण पार्क अपना खर्चा खुद वहन करेगा।