कैबिनेट मंत्री महाराज ने किया शहीदों के परिजनों को सम्मानित
पौड़ी। चौबट्टाखाल विस के पोखड़ा ब्लाक परिसर में शहीद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर महाराज ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी शहादत देने वाले साठ शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर व शौर्य सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। समारोह में मुख्य अतिथि सतपाल महाराज के पहुंचते ही उत्तराखंडी पारम्परिक लोकनृत्य छोलिया के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम में सभी शहीदों के परिजनों व स्थानीय ग्रामीणों द्वारा मौन धारण कर शहीदों को याद किया गया। समारोह में स्कूली छात्र छात्राओं, महिला मंगल दल व छोलिया नृत्य की सांस्कृतिक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को यादगार बनाया। कार्यक्रम में बीरोंखाल, पोखड़ा, एकेश्वर, नैनीडांडा ब्लाक के शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर व शौर्य सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले छात्रों, महिला मंगल दल, स्वयं सहायता समूह व जनता इंटर कॉलेज कुटियाखाल के एनसीसी कैडेटों को सम्मानित किया। सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड में चारधाम है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पांचवा धाम सैन्य धाम शहीदों के सम्मान में देहरादून में बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण शहीद सम्मान यात्रा के माध्यम से शहीदों के गांव से लायी गयी मिट्टी से किया जाएगा। कहा कि हम शहीदों की शहादत को कभी भुला नहीं सकते और शहीदों का सम्मान हमेशा होना चाहिए। पर्यटन की दृष्टि से चौबट्टाखाल विधानसभा में प्रसिद्ध मंदिरों ताडकेश्वर, एकेश्वर, कालिंका, दीवा, ज्वालपा आदि को पर्यटन सर्किट से जोड़ा जाएगा और सतपुली, चौबट्टाखाल, बीरोंखाल, स्यूसी में टीआरएच बनाए जा रहे है जिससे कि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। इस दौरान उन्होंने जिला सैनिक कल्याण पुनर्वास कार्यालय के फर्नीचर व साज सज्जा के लिए 10 लाख देने की घोषणा की। इस मौके पर सैनिक कल्याण अधिकारी लैंसडौन सेवानिवृत्त कर्नल ओम प्रकाश फर्स्वाण, ब्लाक प्रमुख पोखड़ा प्रीती देवी, ग्राम प्रधान राजपाल रावत, पूर्व सांसद प्रतिनिधि पुष्कर जोशी, मण्डल अध्यक्ष महिपाल सिंह, प्राचार्य महाविद्यालय पोखड़ा डॉ लवली रानी, सीएमओ प्रवीन कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, खण्ड विकास अधिकारी पोखड़ा ओमप्रकाश, खण्ड विकास अधिकारी वीरोंखाल नरेश चन्द्र सुयाल, एसडीओ मुकेश कुमार आदि शामिल थे। संचालन सहायक सैनिक कल्याण अधिकारी भारत भूषण बलूनी ने किया ।