
हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा एक वीडियो पूरी तरह भ्रामक और असत्य है। आयोग के प्रभारी सचिव अशोक कुमार पांडे ने बताया कि यह वीडियो अन्वेषक कम संगणक एवं सहायक सांख्यिकीय अधिकारी परीक्षा-2023 के परिणाम को लेकर वायरल किया जा रहा है। इसमें यह दावा किया गया है कि कुछ अभ्यर्थी कम्प्यूटर संचालन की अर्हकारी परीक्षा में अनुत्तीर्ण या अनुपस्थित रहने के बावजूद चयनित हुए हैं, जबकि यह तथ्यहीन और भ्रामक है।
प्रभारी सचिव ने कहा कि 7 फरवरी 2024 को प्रकाशित विज्ञापन और 20 जनवरी 2025 को जारी विज्ञप्ति/शुद्धिपत्र के अनुसार केवल कुछ पदों के लिए ही कम्प्यूटर संचालन के आधारभूत ज्ञान की परीक्षा ली गई थी। जिन अभ्यर्थियों ने न्यूनतम अंक प्राप्त नहीं किए, उन्हें चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि वीडियो में जिन अभ्यर्थियों—मनोज सिंह धामी (अनुक्रमांक 800410), मनोज सिंह (अनुक्रमांक 804117) और सत्येंद्र सिंह (अनुक्रमांक 800386)—के नाम लिए गए हैं, वे अपने प्राप्त अंकों और पदों की प्राथमिकता के आधार पर सहायक सांख्यिकी अधिकारी/सहायक शोध अधिकारी (अर्थ एवं संख्या विभाग) पद पर चयनित हुए हैं।
आयोग ने कहा कि इस तरह के वीडियो मात्र सनसनी फैलाने और अभ्यर्थियों को गुमराह करने के उद्देश्य से प्रसारित किए जा रहे हैं। इससे न केवल आयोग की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है बल्कि चयनित अभ्यर्थियों की मेहनत पर भी प्रश्नचिह्न लगाया जा रहा है।
आयोग ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की भ्रामक और असत्य सामग्री प्रसारित करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।