बैंक प्रबंधक समेत पांच के खिलाफ धोखाधड़ी का केस

हरिद्वार(आरएनएस)।  रानीपुर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर बैंक प्रबंधक समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि जमीन पर लोन की किस्त बाकी होने बाद भी बैंक प्रबंधक से साठगांठ कर जमीन को धोखे से बेच दिया है। साथ ही गाली-गलौज करते हुए हत्या की धमकी दी गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि केशो देवी निवासी हनुमंत एन्क्लेव ग्राम सलेमपुर महदूद 2 रानीपुर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया था कि उन्होंने हनुमंत एन्क्लेव में प्लॉट पर मकान बनाया हुआ है। पूर्व में सलेमपुर निवासी प्रापर्टी डीलर सम्मुन ने यूसुफ निवासी बुड्ढाहेड़ी मरगूबपुर थाना पथरी से प्लॉट के विषय में मिलवाया था। यूसुफ ने खुद को प्लॉट मालिक बताया था। सौदा तय होने के बाद यूसुफ और उसके भाई इस्तखार से प्लॉट केशो देवी ने वर्ष 2019 में खरीद लिया। जिसके बाद मकान का निर्माण कर रहने लगी। बीती 15 मई को एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों ने मकान पर लोन लेने और धनराशि अदा न करने की जानकारी दी। आरोप है कि प्लॉट के पूर्व मालिक राव फरमूद अहमद निवासी गढ़मीरपुर ने इस्तखार को प्लॉट बेचने से पहले ही बैंक से लोन ले रखा था। लोन के विषय में मालूम होने के बाद भी इस्तखार, यूसुफ और सम्मुन ने रजिस्ट्री करवा दी। 19 जून को बैंक कर्मी मकान सील करने पहुंच गए। मिन्नतों के बाद बैंक कर्मियों ने समय दे दिया। आरोप है कि राव फरमूद अहमद, इस्तखार, सम्मुन और यूसुफ ने एचडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक के साथ मिलकर साजिश कर धोखाधड़ी से प्लॉट को बेचा। लोन की रकम जमा करने के लिए कहने पर गाली-गलौज करते हुए केशो देवी को हत्या की धमकी दी गई। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।