बदरीनाथ तीर्थ पुरोहितों की धर्मशाला और भवनों को सुरक्षा देने की मांग
नई टिहरी। श्री बदरीश पंडा पंचायत ने डीएम चमोली को बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत ब्रह्मकपाल में अलकनंदा नदी पर बनाये जा रहे पुल से तीर्थ पुरोहितों की धर्मशालाओं और यात्री निवासों को खतरा पैदा होने पर रोष जताया है। पंडा पंचायत ने प्रशासन से जान माल के नुकसान की संभावना देखते हुये उनके भवनों को सुरक्षा देने की मांग की है। श्री बदरीश पंडा पंचायत अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी तथा कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने डीएम चमोली हिमांशु खुराना को पत्र भेजकर तीर्थ पुरोहितों की धर्मशाला और भवनों को सुरक्षा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग निवासी तीर्थ पुरोहितों द्वारा नर पर्वत पर यात्रियों के बनाई गई धर्मशालाओं और निवासों को मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी पर बन रहे पुल से खतरा पैदा हो गया है। कहा कि मास्टर प्लान में रिवर फ्रंट पर ब्रह्म कपाल से नर पर्वत पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल निर्माण के लिये जेसीबी द्वारा नर पर्वत की ओर बेतहाशा खुदाई कर दी गई है, जिसके कारण तीर्थ पुरोहितों द्वारा बनाये गये वर्षो पुराने यात्री निवासों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। खुदाई से भवनों की नीव पर बरसात का पानी जा रहा है, जिससे यह कभी भी ढह सकते हैं, और इन निवासों में ठहरने वाले यात्रियों की जान को जोखिम हो सकता है। उन्होंने कहा कि यात्री निवास ही तीर्थ पुरोहितों की आजीविका के मुख्य साधन है। पंडा पंचायत द्वारा डीएम चमोली से इस बाबत पूरी सुरक्षा दिए जाने की मांग की गई है। धाम में लगातार हो रही बारिश को देखते हुये खुदाई वाली जगह पर त्रिपाल आदि डालकर भू धसाव को रोकने की मांग की गई है। देवप्रयाग तीर्थ पुरोहित समाज ने शासन प्रशासन से बदरीनाथ मास्टर प्लान में संवेदनशीलता से काम करने और उनके आवासों को पूरी सुरक्षा दिए जाने की मांग की है।