बदरीनाथ मास्टर प्लान का जिक्र न होने से तीर्थपुरोहित निराश

नई टिहरी। पीएम नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम में किये गऐ संबोधन के दौरान बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर कोई चर्चा नहीं किए जाने पर देवप्रयाग के तीर्थपुरोहित समाज ने हैरानी जताई है। पीएम द्वारा अपने संबोधन में बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान का जिकर न करने पर तीर्थपुरोहित ने नाराजगी जताई।
देवप्रयाग तीर्थपुरोहितों के मुताबित बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट कह कर प्रचारित किया जा रहा है। केदारनाथ धाम पहुंचे पीएम ने अयोध्या, बनारस, मथुरा सहित उत्तराखण्ड के युमनोत्री, गंगोत्री धाम की चर्चा तो की, लेकिन बदरीनाथ को लेकर कोई बात नही कीं। जबकि बदरीनाथ धाम के लिए 250 करोड़ की मास्टर प्लान की बात लगातार प्रदेश सरकार कहती आ रही है। श्री बदरीश पंडा पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भगवती प्रसाद ध्यानी का कहना है कि बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान में तीर्थ पुरोहितों व हक हकूकधारियों के पुस्तैनी भूमि और भवन अधिग्रहण की कारवाही प्रशासन स्तर पर जारी है, इसको लेकर अभी भूमि भवन धारकों की कोई सहमति भी नहीं है। श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन सचिव गौरव पंचभैया ने भी प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में बदरीनाथ मास्टर प्लान का कोई जिक्र नहीं करने पर पर आश्चर्य जताया है। कहा बदरीनाथ धाम में देवप्रयागवासी तीर्थ पुरोहितों की सबसे अधिक भूमि व भवन हैं, अधिकांश तीर्थपुरोहित देवप्रयाग लौट चुके हैं। ऐसे में तीर्थपुरोहित अंत तक पीएम के भाषण को काफी टकटकी लगाए वह सुन रहे थे, मगर मास्टर प्लान की कोई बात भाषण में नहीं आने से वह निराश हुये। कहा पीएम संभवता आगामी 20 नवंबर को बदरीनाथ कपाट बन्दी से पूर्व धाम पहुंचकर मास्टर प्लान की शुरुआत करेंगे। तीर्थ पुरोहित श्यामलाल पंचपुरी, राजेंद्र त्रिपाठी, विद्यार्थी पालीवाल, अनूप तिवारी, अमित कुमार, जयराम अलखनिया ने बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर पीएम द्वारा अपने भाषण में चर्चा न करना हैरान करने वाली बात है।