बदरीनाथ हाईवे बंद होने से बढ़ी देवप्रयाग के लोगों की परेशानियां
नई टिहरी। गढ़वाल क्षेत्र की जीवन रेखा कहे जाने वाले ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग के तोताघाटी में अवरुद्ध होने से एक ओर जहां पूरी यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है, वहीं तीर्थनगरी देवप्रयाग जैसे स्थान सुनसान पड़ गए हैं। देवप्रयाग में किसी बस सेवा के नहीं पहुंचने से यहां से आवागमन काफी मुश्किल बना हुआ है। ऋषिकेश जाने के लिए 50 किमी के अधिक सफऱ के साथ ही चार गुना किराये का भुगतान करना पड़ रहा है। यही नहीं दुर्घटना या बीमारी की स्थिति मे पीडि़तों की जान भी दांव पर लग रही है। ऑल वेदर रोड निर्माण के तहत तोताघाटी में कटिंग के लिए दूसरी बार शटडाउन लिया गया है। यह संयोग ही था कि एनएच की ओर से 22 मार्च को जब तोताघाटी में कटिंग के लिए पहली बार दस दिनों का शटडाउन लिया गया था तब पूरे देश ही कोरोना के चलते लॉकडाउन चला गया था। तब से लेकर आज तक देवप्रयाग से अन्य स्थानों के लिए यातायात व्यवस्था सामान्य नहीं हो पायी है। तीर्थनगरी से श्रीनगर, पौड़ी, टिहरी, ऋषिकेश आदि के लिए आवागमन खासा मुश्किल बन गया है। उधर तोताघाटी में शेष रहे कटिंग के काम के लिए एनएच प्रशासन ने दोबारा 12 जुलाई से 45 दिनों का शटडाउन लिया है। जिसमें छोटे वाहनो को तोताघाटी से दिन में आवाजाही की मंजूरी दी गयी थी। मगर 18 जुलाई तडक़े तोताघाटी में राजमार्ग का करीब 60 मीटर हिस्सा भारी चट्टानों से ढह गया। 25 जुलाई को मरम्मत के बाद राजमार्ग किसी तरह खोला गया मगर कुछ घण्टे बाद ही भारी मलबा आने से यह फिर से बन्द हो गया। बारिश व भूस्खलन से यहां लगातार चट्टानी मलबा आने का सिलसिला जारी रहने से किसी भी वाहन का निकलना फिलहाल सम्भव नहीं है। वाहनों की आवाजाही बन्द होने से देवप्रयाग व उसके निकटवर्ती क्षेत्र की जनता की मुश्किल काफी बढ़ गयी है। ऋषिकेश से डायवर्ट यातायात टिहरी, मलेथा होकर श्रीनगर रुद्रप्रयाग आदि को निकल रहा है। ऐसे मे छोटे वाहनों के सहारे खाडी से गजा-चाका होकर किसी तरह देवप्रयाग तक पहुंचा जा रहा है। इसमें 50कि मी का ज्यादा सफऱ व अधिक किराया देने की मजबूरी बन गयी है। तोताघाटी से सटे भरपुर पट्टी की जनता को देवप्रयाग आने के बाद करीब 25 किमी का अतिरिक्त सफऱ करना पड़ रहा है। जबकि यहां से ऋषिकेश महज 50 किमी दूर है। मार्च माह से अब अनलॉक होने की स्थिति में यात्रा चलने की आस लिए देवप्रयाग के व्यापारी राजमार्ग ठप्प होने से काफी निराश हैं। ऑल वेदर रोड टीम लीडर जयेंद्र कुमार तिवारी का कहना है कि तोताघाटी में निर्धारित समय में कटिंग का काम पूरा करना चुनौती भरा बन चुका है।