श्री बदरीनाथ गाडू घड़ा ने टिहरी राजमहल के लिए किया प्रस्थान

बसंत पंचमी के पर्व पर होगी बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय

चमोली। लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर में पूजा-अर्चना के बाद श्री बदरीनाथ गाडू घड़ा ने नरेंद्र नगर टिहरी राजमहल के लिए प्रस्थान किया। वर्षों पुरानी परंपरा है कि जब गाडू घड़ा टिहरी नरेश के राज दरबार में बसंत पंचमी के पर्व पर पहुंचता है तब बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है। डिम्मर लक्ष्मी नारायण मंदिर में शक्तिपीठ खांडू रेव के संरक्षण में मंदिर के पुजारी मोहन प्रसाद डिमरी ने प्रात:कालीन अभिषेक पूजा-शृंगार पूजा और बाल भोग पूजा कर गाडू घड़े को विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के साथ टिहरी नरेश के राजदरबार नरेंद्र नगर के लिए विदा किया। डिमरी धार्मिक पंचायत के कार्यवाहक अध्यक्ष विनोद डिमरी ने बताया कि गाडू घड़ा(तेल कलश) का टिहरी नरेश के राज दरबार में वसंत पंचमी के पर्व पर पहुंचने से बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होने की वर्षों पुरानी परंपरा है। श्री बदरीनाथ डिम्मर उमट्टा पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने कहा 2021 की यत्रा के लिए धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया गाडू घड़ा के पांडुकेश्वर जोशीमठ से डिम्मर गांव पहुंचने पर शुरू हो चुकी है। बसंत पंचमी को गाडू घड़े की मौजूदगी में टिहरी नरेश के राजदरबार में पंडित पंचाग पूजा कर तिथि तय करते हैं। इस अवसर पर डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के सचिव राजेंद्र प्रसाद डिमरी, नरेश डिमरी, पंकज डिमरी, अंकित डिमरी, अनुज डिमरी, शैलेंद्र प्रसाद, टटेश्वर मंदिर के पुजारी बाबा योगेश्वरानंद महाराज नरेश खंडूरी आदि थे।