24/06/2021
बारिश हुई नहीं और गन्दा पानी नाले में पहले ही छोड़ दिया
सोलन (बद्दी)। बद्दी-बरोटीवाला में कुछ उद्योग ऐसे है जो वर्षा होने का भरपूर फायदा लेते है। जैसे ही थोड़ी सी वर्षा शुरू हुई उद्योग अपने गन्दा विषैला पानी नालों में छोड़ देते है। वीरवार को भी एक ऐसा मामला सामने आया, जैसे ही वर्षा होने का मौसम बना तेज हवा आंधी चली और ऐसा लग रहा था कि शायद आज भारी बारिश होगी। लेकिन बारिश की एक भी बून्द नहीं पढ़ी।
लेकिन उद्दोगो ने अपना गन्दा पानी छोड़ दिया और नाला में उद्दोग का पानी इस कदर आया कि लोग उसे पुल के ऊपर खड़े होकर देख रहे थे। दृश्य तो थोड़ी देर का ही था। मलपुर नाले में देखने को मिला। यह नाला आगे सरसा नदी में मिल जाता है। जिससे सरसा नदी दूषित होती है। जबकि केंद्र व राज्य सरकार ने यहां पर केंदुवाल में करोड़ो की लागत से कॉमन इक्यूपमेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगा रखा है। जिसमें उद्दोगो का पानी ट्रीट होने के लिए जाता है, ट्रीट होने के बाद ही उसे नदी में साफ जल की तरह छोड़ देते है।
मजे की बात है कि यहां के कुछ उद्योग ही अभी इस प्लांट से जुड़े है। नदी नालों में गंदे पानी के आने का मामला नया नहीं है। लेकिन इन नदी नालों में गन्दा पानी आने से उक्त प्लांट पर सवालिया निशान लगते है। जबकि हकीकत कुछ और ही होती है। वैसे तो प्रदूषण नियंत्रण विभाग पूरी मुस्तैदी से काम करता है। लेकिन फिर भी कुछ उद्योगपति आंखों में धूल झोंक जाते है। नदी नालों में गंदा पानी आने से अनेकों समस्याए पैदा होती है।
मजे की बात है कि यहां के कुछ उद्योग ही अभी इस प्लांट से जुड़े है। नदी नालों में गंदे पानी के आने का मामला नया नहीं है। लेकिन इन नदी नालों में गन्दा पानी आने से उक्त प्लांट पर सवालिया निशान लगते है। जबकि हकीकत कुछ और ही होती है। वैसे तो प्रदूषण नियंत्रण विभाग पूरी मुस्तैदी से काम करता है। लेकिन फिर भी कुछ उद्योगपति आंखों में धूल झोंक जाते है। नदी नालों में गंदा पानी आने से अनेकों समस्याए पैदा होती है।
ग्रामीणों के साथ-साथ यहां पर रहने वालों का जीना दूभर हो जाता है। कई बार यह मामले उठे भी। यहां तक कि जनमंच में भी नदी नालों में गंदे पानी छोड़ने का मामला खूब गुंजा लेकिन समस्या जस की तस रही। इस बारे जब बद्दी विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभाग को जैसे ही शिकायत मिलती है तुरंत कार्यवाही अमल में लाई जाती है।