ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच ने वनडे क्रिकेट से लिया संन्यास, न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेंगे आखिरी मैच
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एरोन फिंच ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के बाद इस फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे। फिंच की रिटायरमेंट की वजह वनडे में खराब प्रदर्शन माना जा रहा है। हालांकि वह टी-20 में कप्तानी का जिम्मा संभालते रहेंगे। फिंच को इस साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी कप्तान बनाया गया है। फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था।
35 वर्षीय फिंच के 50 ओवर की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का मतलब है कि वह अगले वर्ष भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व नहीं करेंगे। फिंच इस साल अक्टूबर-नवम्बर में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले टी 20 विश्व कप में टीम का नेतृत्व करेंगे।
फिंच ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 वनडे खेले हैं लेकिन हाल के मैचों में उन्हें फॉर्म से संघर्ष करना पड़ा है। पिछली सात पारियों में वह केवल 26 रन ही बना पाए हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा जारी बयान में फिंच ने कहा, कुछ सुनहरी यादों के साथ यह एक बेहतरीन यात्रा रही है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस शानदार टीम का हिस्सा रहा हूं और इन खिलाडिय़ों के साथ खेला हूं। लेकिन अब समय आ गया है कि कप्तानी किसी और के हाथ में सौंपा जाए ताकि उन्हें अगले विश्व कप की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके। मेरी इस यात्रा में सहयोग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मैं धन्यवाद देता हूं।
फिंच ने इस साल वनडे क्रिकेट में 13 की साधारण औसत से सिर्फ 169 रन बनाए हैं। अंतिम 12 वनडे पारियों में वह पांच बार शून्य पर आउट हुए हैं। पिछली सात पारियों में उनके नाम सिर्फ 26 रन है।
हालांकि फिंच की नजर 2023 विश्व कप पर थी लेकिन इस खराब फॉर्म के कारण उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज से ही इस बारे में सोचना शुरू कर दिया था। अब उनकी नजर टी20 विश्व कप खिताब के बचाव पर है, जो अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया में ही खेला जाना है।
टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया को आठ टी20 अंतर्राष्ट्रीय और भारत के खिलाफ एक अभ्यास मैच खेलना है। वह इन मैचों के जरिये अपना फॉर्म तलाशने की कोशिश करेंगे।
फिंच ने यह भी बताया कि वह बीबीएल में मेलबर्न रेनेगेड्स की तरफ से खेलना जारी रखेंगे। इसके अलावा वह अन्य देशों में होने वाले फ्ऱैंचाइजी क्रिकेट में भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं क्योंकि इस टी20 विश्व कप के बाद अगले साल अगस्त में ही ऑस्ट्रेलिया को कोई टी20 मैच खेलना है। फिंच ने कहा कि वह इस खाली समय में अपने टी20 करियर का भी मूल्यांकन करेंगे।
फिंच के नाम वनडे क्रिकेट में 17 शतक है, जो ऑस्ट्रेलिया की ओर से तीसरा सर्वाधिक है। वह 2015 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य भी थे। पाकिस्तान (49.16 की औसत और दो शतक), इंग्लैंड (48.35 की औसत और सात शतक) और भारत (48.66 की औसत और चार शतक) के खिलाफ उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी निक हॉकली ने कहा, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की तरफ से मैं फिंच को उनके वनडे करियर के लिए बधाई और धन्यवाद देता हूं। उनकी बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता दोनों बेहतरीन है। उनका संन्यास लेना भी उनके नि:स्वार्थपन को दिखाता है। मुझे खुशी है कि वह टी20 में टीम का नेतृत्व करते रहेंगे। विश्व कप में उनका अनुभव, रणनीति और नेतृत्व क्षमता बहुत मायने रखता है।
ऑस्ट्रेलिया को अब टी20 विश्व कप के बाद ही कोई वनडे सीरीज खेलना है। ऐसे में देखना होगा कि क्या वह विश्व कप के बाद टी20 क्रिकेट से भी संन्यास नहीं लेते हैं। ऐसे में टीम किसी ऐसे व्यक्ति को यह जिम्मेदारी देना चाहेगी जो वनडे और टी20 क्रिकेट दोनों में नियमित हो। फिलहाल ऐसे लोगों में जॉश हेजलवुड, ग्लेन मैक्सवेल, स्टीव स्मिथ और मिचेल मार्श का नाम शामिल है। टेस्ट कप्तान पैट कमिंस पहले ही सीमित ओवर क्रिकेट की कप्तानी करने में अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं।