अंकिता हत्याकांड में शामिल वीआईपी नाम उजागर हों

ऋषिकेश। अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 15वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान आंदोलनरत लोगों ने एक स्वर में अंकिता हत्याकांड में छिपे वीआईपी के नाम उजागर करने की मांग उठाई। साथ ही दीप जलाकर अंकिता को श्रद्धांजलि दी।
गुरुवार को हरिद्वार मार्ग पर कोयलघाटी तिराहा के समीप धरने पर डटे लोगों ने अंकिता हत्याकांड में शामिल वीआईपी लोगों के नाम अभी तक उजागर नहीं होने पर आक्रोश जताया। सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 2 नवंबर तक मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो 3 नवंबर से क्रमिक अनशन को मजबूर होंगे। साथ ही जन जागरण के लिए पूरे प्रदेश में पत्र भेजने का काम करेंगे। श्रीनगर गढ़वाल से धरनास्थल पर पहुंची समाजसेवी सरस्वती देवी ने अंकिता हत्याकांड में युवा न्याय संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की। 15वें दिन धरना स्थल पर चंद्रभूषण शर्मा, हेमा रावत, जया डोभाल, बीना बहुगुणा, रामेश्वरी चौहान, भगवती चमोली, अरुणा देवी, उमंग देवरानी, रविंद्र प्रकाश भारद्वाज, संजय सिलस्वाल, राकेश कठैत, प्रवीण जाटव, अरविंद हटवाल, शालू ध्यानी, आशुतोष डंगवाल, विक्रम,भंडारी, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, युद्धवीर चौहान,बलवीर नेगी, सुरेंद्र नेगी, केएस नेगी, जीएस रावत, एलपी रतूड़ी, एसएस चौहान, विनोद रतूड़ी, बीना रावत, जनार्दन प्रसाद, डीएस पंवार, माधव नेगी, मदन राणा, प्रमिला रावत आदि मौजूद रहे।


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