अल्मोड़ा शहर को हैरिटेज सिटी बनाने हेतु 11 नवंबर को धर्मनिरपेक्ष युवा मंच संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में होगी पदयात्रा
अल्मोड़ा। धर्मनिरपेक्ष युवा मंच द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में संयोजक विनय किरौला ने बताया कि अल्मोड़ा शहर सुप्त अवस्था में चला गया है सालों से उचित नेतृत्व न मिलना इसका कारण है। अल्मोड़ा शहर ने एक समय पूरे देश की चेतना पर असर डाला है। अल्मोड़ा शहर अपनी शिक्षा संस्कृति तहजीब के लिए पूरी दुनिया मे जाना जाता था, कहां इस शहर को उत्तराखंड का विकास का मॉडल शहर होना चाहिए वो शहर इतना सुप्त क्यों हो गया, इस सुप्त अवस्था से जगाने का रास्ता हैरीटेज सिटी है, इसलिए यह मुहीम हम छेड़ रहे हैं, हैरीटेज सिटी व मंदिरों के शहर बना कर अल्मोड़ा वासियों के मन मे वो स्वाभिमान पैदा करेंगे, जो पिछली पीढ़ियों में था।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा है कि अल्मोड़ा शहर का विकास यहां का गौरवशाली इतिहास परम्परा संस्कृति स्थानीय क्राफ्ट व कला इत्यादि को पुनर्जीवित करना है तो अल्मोड़ा शहर का हैरिटेज सिटी का दर्जा मिलना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अल्मोड़ा नगर के संभ्रात एवं बुद्धिजीवी नागरिक इस पदयात्रा में शामिल होकर इस संघर्ष को मुकाम तक पहुंचाने हेतु अपनी भागीदारी देने हेतु 11 नवंबर 2021 को प्रातः 10:30 बजे अवश्य चौघानपाटा पहुंचे।
विगत एक वर्ष से अल्मोड़ा सिटी को हैरिटेज सिटी बनाने की मांग को लेकर धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला एवं उनकी टीम के सदस्य लगातार वार्ड से वार्ड चलो अभियान के तहत आम जनमानस को चेतना जगाने तथा हैरिटेज सिटी बनने के बाद ही अल्मोड़ा का गौरवशाली ऐतिहासिक व सांस्कृतिक परम्परा पुनर्जीवित होने की बात को जन जन तक पहुंचाया जा रहा है।
मंच के मीडिया समन्वयक मयंक पंत ने बताया कि पूर्व में 21 सितंबर 2021 को प्रस्तावित पदयात्रा भारी बरसात के कारण आयी दैवीय आपदा के कारण स्थगित कर दी गयी थी जो कि अब दिनांक 11 नवंबर 2021 को प्रातः 10:30 बजे चौघानपाटा से पदयात्रा शुरू होगी तथा अल्मोड़़ा शहर के प्रत्येक वार्ड में यह साप्ताहिक पदयात्रा जाएगी।
आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मंच समन्वयक विनय किरौला, मीडिया समन्वयक मयंक पंत, ब्लाक समन्वयक पंकज रौतेला, सुन्दर लटवाल, सूरज टम्टा, पवन मुस्यूनी, मनीष भाकुनी, अमित चौधरी, दीपक दानी, मनोज लटवाल, हरीश बिष्ट, इत्यादि लोग शामिल रहे।