अल्मोड़ा से भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा की हैट्रिक, नोटा रहा तीसरे स्थान पर

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी अजय टम्टा ने जीत दर्ज़ की है। उन्होंने अपने निकटतम और परंपरागत प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को पराजित किया है। इस जीत के साथ ही भाजपा के अजय ने जीत की हैट्रिक भी दर्ज़ की है। लोकसभा सामान्य चुनाव 2024 के लिए अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र से 07 उम्मीदवारों ने दावेदारी की थी। ईवीएम मतगणना की समाप्ति पर अजय टम्टा को 417535, कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप टम्टा को 191642, बसपा उम्मीदवार नारायण राम को 9840, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की प्रत्याशी किरन आर्या को 5528, बहुजन मुक्ति पार्टी के ज्योति प्रकाश टम्टा को 2178, निर्दलीय उम्मीदवार अर्जुन प्रसाद को 4401, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के उम्मीदवार प्रमोद कुमार को 4401 वोट मिले। बड़ी बात यह रही कि नोटा ने तीसरा स्थान पाया। नोटा के पक्ष में 16697 मत पड़े। खबर लिखे जाने तक पोस्टल बैलट की गिनती नहीं हो पाई थी। निर्वाचन विभाग को लोकसभा क्षेत्र में 22148 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए थे। 2024 के लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा पिथौरागढ़ संसदीय सीट पर एक बार फिर परंपरागत प्रतिद्वंदी आमने-सामने दिखे। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा जीत की हैट्रिक बनाने के लिए चुनावी मैदान में संघर्ष करते दिखाई दिए तो वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप टम्टा जीतने के लिए फिर दमखम दिखाते नजर आए। अजय और प्रदीप टम्टा दोनों के सामने मतदाताओं का विश्वास जीतने की चुनौती थी। उत्तराखंड में चिपको के साथ ही नशा नहीं रोजगार दो जैसे जमीनी आंदोलन से अपनी राजनीति की शुरूआत करने वाले प्रदीप टम्टा बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। पहले विधानसभा चुनाव वर्ष 2002 में कांग्रेस ने सोमेश्वर सीट से प्रदीप टम्टा को टिकट दिया, लेकिन अजय टम्टा टिकट की दौड़ में पिछड़ गए। भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। पार्टी से अजय टम्टा की अदावत प्रदीप के काम आई। प्रदीप जीते और एनडी तिवारी सरकार में दर्जा मंत्री रहे। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में सोमेश्वर सीट से भाजपा ने अजय टम्टा को टिकट दिया। वह चुनाव जीतने में सफल रहे और सरकार में मंत्री भी बने। अल्मोड़ा सीट के 2009 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई थी। तब भाजपा-कांग्रेस ने अजय और प्रदीप पर ही भरोसा जताया। यह चुनाव कांग्रेस के प्रदीप टम्टा जीतने में सफल रहे। वर्ष 2009 में प्रदीप ने अजय को 6950 वोटों से मात दी और अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट अपने नाम की। मोदी लहर में एक बार फिर अजय टम्टा की किस्मत पलटी। मोदी लहर में वह वर्ष 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे। 2014 लोकसभा में प्रदीप और अजय के बीच फिर से मुकाबला हुआ। 2009 के चुनाव में अजय जहाँ 6950 वोट से पीछे रह गए थे वहीं 2014 में बाज़ी पलटते हुए 95,690 वोटों से जीते। प्रदेश में हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान 2016 में उनको प्रदेश से राज्यसभा के लिए भी भेजा गया। 2014 की जीत अजय ने 2019 के चुनावों में भी बरक़रार रखी। 2019 के लोकसभा चुनाव में यह अंतर बढ़ गया। 2019 में यह अंतर बढ़कर 2,32,986 पहुँच गया और प्रदीप के सपने एक बार फिर धरे रह गए। अब 2024 के चुनाव में लगातार चौथी बार अजय टम्टा और प्रदीप टम्टा अल्मोड़ा संसदीय सीट पर दोनों प्रतिद्वंदियों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। मंगलवार को सुबह से शुरू हुई मतगणना में भाजपा प्रत्याशी पहले चरण से ही आगे रहे। मतगणना समाप्ति के बाद कार्यकर्ताओं ने बाजार मर जुलूस निकाला और आतिशबाज़ी की। अजय टम्टा ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के देवतुल्य मतदाताओं ने नरेंद्र भाई मोदी के विकास कार्यों पर मुहर लगाई है। उन्होंने सीएम धामी सहित कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। कहा कि मोदी ने अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को 17 योजनाओं से लाभ दिलाया है। जनता ने इस पर मुहर लगाई है। इधर उनके जीत पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुशी झूमते हुए आतिशबाजी की और मतगणना केंद्र के बाहर अजय टम्टा को अबीर गुलाल लगाकर जश्न मनाया।