सीवर लाइन कार्य: सहूलियत या जनता की फजीहत
अल्मोड़ा। नगर की मालरोड पर हुआ सीवर लाइन का कार्य जनता के लिए जी का जंजाल बन गया है। सड़क के गड्ढों से जहाँ वाहन चालकों के लिए दिक्कतें हो रही हैं तो वहीं सड़क की धूल से स्थानीय लोग और राहगीर परेशान हो रहे हैं। गर्मी का मौसम शुरू होने को है तो सीवर कार्य के दौरान खोदी गई सड़क की मिट्टी हवा के साथ उड़कर घरों और दुकानों में पहुंच रही है जिससे स्थानीय जनता, व्यापारी और राहगीर त्रस्त हैं। अब सीवर लाइन कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं। सीवर लाइन कार्य की कार्यदाई संस्था जल निगम के अनुसार जाखनदेवी से शिखर तिराहे तक कार्य पूरा हो गया है। लेकिन हालात कुछ और ही बयान करते हैं। सीवर लाइन कार्य के दौरान बनाए गए चैम्बर, मेनहोल के ढक्कन गुणवत्ता विहीन दिख रहे हैं। सीवर लाइन के चैम्बर और मेनहोल के ढक्कन टूटने लग गए हैं और ढक्कन के रिम के लोहे बाहर सड़क पर निकले हैं। लोहे की पट्टियों से दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। लोहे के रिम वाहनों के टायरों को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं, दोपहिया वाहन चालकों के टायर में फंस सकते हैं जिससे किसी भी प्रकार का हादसा हो सकता है। बताते चलें कि नगर की मुख्य सड़क माल रोड पर जनवरी माह से शुरू हुआ सीवर लाइन का कार्य विवादों में रहा है। निर्माण कार्य के दौरान यहाँ हादसे में ठेकेदार की लापरवाही के चलते मौत हो गई थी। सीवर लाइन कार्य के दौरान सड़क खोदने से सड़क की हालत दयनीय हो गई है। बाकी रही सही कसर कार्य की गुणवत्ता से पूरी हो जा रही है। देखने वाली बात है कि कार्यदाई विभाग जनता की सुरक्षा को कितनी गंभीरता से लेता है और जनता की दिक्कतें दूर होती हैं।