एम्स ऋषिकेश में बेहतर कार्य करने वालों को नवाजा

ऋषिकेश(आरएनएस)। एम्स ऋषिकेश में वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबाइल अवेयरनेस वीक शुक्रवार को संपन्न हो गया। अंतिम दिन राउंड टेबल मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने एंटीबायोटिक दवाओं के दुरुपयोग रोकने को लेकर चर्चा की। इस दौरान रोगाणुरोधी प्रबंधन में अहम भूमिका निभाने वाले वार्डों और व्यक्तियों को अवार्ड से नवाजा गया। शुक्रवार को संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर मीनू सिंह, डीन अकादमिक प्रो. जया चतुर्वेदी व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरबी कालिया की देखरेख में राउंड टेबल मीटिंग में विशेषज्ञों ने इंट्रोग्रेटेड एंटीमाइक्रोबियल स्टीवर्डशिप प्रेक्टिसिस ( एकीकृत रोगाणुरोधी प्रबंधन अभ्यास) पर चर्चा की। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. पुनीत धमीजा ने जोर दिया कि बिना फिजिशियन के प्रिस्क्रिप्शन के फार्मासिस्ट को किसी भी मरीज को दवा नहीं देनी चाहिए। जनरल मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. प्रसन कुमार पंडा ने नर्सेस दवाओं के दुरुपयोग रोकने में रोल मॉडल की भूमिका निभा सकते हैं। समन्वयक डॉ. राखी मिश्रा ने बताया कि बिना प्रिस्क्रिप्शन के एंटी माइक्रोबियल दवाओं का इस्तेमाल न करें।
इस अवसर पर बेस्ट आईएएस एंटीमाइक्रोबिल स्टीवर्डशिप अवार्ड के तहत जेरियाट्रिक वार्ड को प्रथम पुरस्कार, ट्रॉमा सर्जरी वार्ड को द्वितीय व मेडिसिन आईसीयू को तृतीय पुरस्कार मिला। जबकि बेस्ट नर्सिंग ऑफिसर डब्ल्यूएएडब्ल्यू विनय यादव, बेस्ट हॉस्पिटल अटेंडेंट अवार्ड संजय कुमार, बेस्ट हाउस कीपिंग स्टाफ लेबर वार्ड बिंदु, बेस्ट पोस्टर अवार्ड से निकिता कुमारी व दीपिका को नवाजा गया। क्विज प्रतियोगिता में नर्सिंग ऑफिसर मेघा हांडा, कंचन पचार और नर्सिंग स्टूडेंट्स मोनिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। समापन कार्यक्रम में जेरियाट्रिक विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी धर, नर्सिंग प्राचार्य प्रो. स्मृति अरोड़ा, नर्सिंग विभागाध्यक्ष रीटा शर्मा, डॉ. मुकेश बैरवा, डॉ. महेंद्र सिंह, कॉलेज ऑफ नर्सिंग से डॉ. राजेश कुमार, डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. मनीष शर्मा, ट्यूटर्स पूनम, लकिन्त्यू, अन्नपूर्णा, सचिन द्विवेदी, एसआर, जेआर, डीएनएस, एएनएस, नर्सिंग ऑफिसर्स, स्टूडेंट्स आदि मौजूद थे।