
रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। अगस्त्यमुनि विकासखंड की बीडीसी बैठक भारी हंगामे और विरोध के बीच शुरू तो हुई, किंतु कुछ ही देर में बैठक स्थगित करनी पड़ी। 118 असंगठित ग्राम पंचायतों को आमंत्रित न किए जाने से आक्रोशित प्रधानों ने ब्लॉक सभागार के बाहर प्रदर्शन किया। बैठक में 41 संगठित पंचायतों के प्रतिनिधियों और सभी 40 क्षेत्र पंचायत की मौजूदगी में बैठक शुरू की गई। काफी विरोध और विवाद के बीच बैठक परिचय के साथ ही स्थगित करनी पड़ी। अगस्त्यमुनि ब्लॉक प्रमुख भुवनेश्वरी देवी, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी बैठक शुरू हुई। बैठक में उपस्थित सदस्यों और अधिकारियों का परिचय हुआ। इस बीच सदन के मुख्य दरवाजे पर खड़े विरोध कर रहे सदस्य भारी नारेबाजी करते रहे। जिसके चलते ब्लॉक प्रमुख भुवनेश्वरी देवी द्वारा बैठक को स्थगित किया गया। इस पर सुबह से बैठक के इंतजार में बैठे संगठित ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य नाराज हो गए। उनका कहना था कि ब्लॉक प्रमुख ने राजनीति से प्रेरित होकर बैठक स्थगित की, जो स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा के अनुरूप नहीं है। केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की भावना से इस सदन में आते हैं। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पूरे प्रदेश में बीडीसी बैठकों की शुरुआत आज से की जा रही है, जिसमें फिलहाल केवल संगठित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर शीघ्र ही असंगठित ग्राम पंचायतों में वार्ड सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कहा कि बुधवार की बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के साथ परिचयात्मक चर्चा के बाद, जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को देखते हुए सदन को स्थगित किया गया है। इस मौके पर जेष्ठ प्रमुख शांति चमोला, कनिष्ठ प्रमुख सविता भण्डारी, जिला पंचायत सदस्य पवन कुमार, सम्पन्न नेगी, गम्भीर विष्ट, किरन देवी, बीडीओ सुरेश शाह व डीएफओ रजत सुमन आदि मौजूद थे।