अधीक्षण अभियंता के आश्वासन पर विद्युतकर्मियों ने धरना किया स्थगित

रुद्रपुर। विद्युत विभाग के एसडीओ और पूर्व दर्जाधारी मंत्री के बीच हुए विवाद के बाद कांग्रेसी नेता की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहे विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने अधीक्षण अभियंता से निष्पक्ष जांच का भरोसा मिलने के बाद मंगलवार को धरना स्थगित कर दिया। साथ ही समिति ने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में पुलिस ने दबाव में किसी विद्युत कर्मी का उत्पीड़न का प्रयास किया तो वह दोबारा प्रदर्शन शुरू कर देंगे। शनिवार को विद्युत विभाग के एसडीओ दिनेश चंद गुरुरानी ने पुलिस को तहरीर देकर पूर्व दर्जाधारी कांग्रेसी नेता गणेश उपाध्याय पर अभद्रता का आरोप लगाया था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। उसके बाद विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर उपखंड कार्यालय में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। मंगलवार को विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता राजकुमार धरना स्थल पर पहुंचे और उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा से फोन पर मोबाइल बात की। उसके बाद उन्होंने विद्युतकर्मियों को भरोसा दिलाया कि कानून अपना काम निष्पक्ष तरीके से करेगा। यदि इस मामले में किसी विद्युतकर्मी का उत्पीड़न होता है तब समिति दोबारा विरोध के लिए स्वतंत्र है। यहां अधिशासी अभियंता अमित आनंद सहित समस्त विद्युत कर्मी मौजूद रहे।

विद्युत कर्मियों की संख्या घट गई जबकि उपभोक्ता बढ़ गए
समिति अध्यक्ष एमएन उप्रेती ने कहा कि उत्तराखंड गठन के समय प्रदेश में साढ़े सात लाख उपभोक्ता थे, जो बढ़कर 27.5 लाख हो गए हैं। इसके अनुपात में विद्युतकर्मियों की संख्या मात्र 35 प्रतिशत रह गई है। इस परिस्थिती में भी विद्युतकर्मी आधी रात को फाल्ट ठीक कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में विद्युतकर्मी से अभद्रता निदंनीय है। उप्रेती ने बताया कि अधीक्षण अभियंता के निष्पक्ष जांच का भरोसा मिलने के बाद धरना स्थगित कर दिया है।