फर्जीवाड़ा से डॉक्टर बना आरोपी हरिद्वार से गिरफ्तार

हरिद्वार। परीक्षा में फर्जीवाड़ा करके डॉक्टर बनने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में फर्जी तरीके से परीक्षा दिलवाकर आरोपित ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में दाखिला लिया था। इस प्रकरण में अभी तक 27 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। यह मामला वर्ष 2016 में सामने आया था। पुलिस के मुताबिक अगस्त 2016 में हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेद कॉलेज में फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में आए थे। तब जांच में मालूम हुआ था कि अधिकांश मामलों में किसी अन्य परीक्षार्थी की जगह दूसरे व्यक्ति ने परीक्षा दी थी। विश्वविद्यालय के निर्देश पर जब छात्रों का सत्यापन किया गया तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज हरिद्वार के तत्कालीन निदेशक डॉ. केके शर्मा की अगुआई में एक टीम गठित कर छात्रों के दस्तावेजों और भौतिक सत्यापन कर मिलान कराया गया था। इसके बाद मामले में पुलिस ने फर्जीवाड़ा कर डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे कई युवाओं को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, कई आरोपित पढ़ाई कर चिकित्सक बन चुके थे। बीते साल सभी आरोपितों की डॉक्टरी की पढ़ाई भी पूरी हो चुकी थी। मामले के जांच अधिकारी रणवीर सिंह को शनिवार को सूचना मिली की एक फरार चल रहा आरोपित शिवकुमार गुप्ता निवासी खरगजीत नगर उपाध्याय वाली गली कोतवाली मैनपुरी उत्तर प्रदेश हरिद्वार आया हुआ है। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी और शिवकुमार को सीसीआर चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने फर्जी दाखिले की बात स्वीकार की है। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी नंद किशोर ग्वाड़ी ने बताया कि आरोपित को जेल भेज दिया गया है, जबकि जांच अधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि आरोपित मैनपुरी के एक अस्पताल में बतौर डॉक्टर काम कर रहा है।