जगदीश चंद्र हत्याकांड में एक और खुलासा: हत्याकांड में संलिप्त चौथा व्यक्ति गिरफ्तार; एक आरोपी की संदिग्ध मौत
अल्मोड़ा। एक सितम्बर को जगदीश चंद्र हत्या मामले में राजस्व क्षेत्र में पंजीकृत अभियोग कांड में विवेचना दिनाँक 02/09/2022 को राजस्व पुलिस से अल्मोड़ा पुलिस को हस्तान्तरित होने पर प्रदीप कुमार राय एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा विवेचनाधिकारी सीओ रानीखेत को नियुक्त कर निर्देशित किया कि मामले में गहनता से जांच कर घटना के प्रत्येक बिंदु को बारीकी से जांचा परखा जाए। यदि घटना घटित करने में और भी लोग संलिप्त पाए जाते हैं, तो उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की कार्यवाही की जाए।
साथ ही थानाध्यक्ष भतरौंजखान निरीक्षक संजय पाठक, एसओजी प्रभारी सुनील धानिक व एएनटीएफ प्रभारी सौरभ भारती को निर्देशित किया कि सर्विलांस की मदद से सूचना संकलन कर आवश्यक कार्यवाही की जाय, जिनके द्वारा अपनी टीम के साथ सर्विलांस के माध्यम व गवाहों से पूछताछ कर घटना के अनावरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।
एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा पूर्व में सैलापानी भिकियासैंण पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर विवेचनाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये गए थे।
विवेचनाधिकारी सीओ रानीखेत द्वारा फाँरेंसिक टीम के साथ सैलापानी घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के प्रत्येक बिन्दु को जाँचा परखा गया, घटना में आवश्यक साक्ष्य जुटाये गये।
07 सितम्बर को विवेचनाधिकारी द्वारा न्यायालय की अनुमति से जिला कारागार अल्मोड़ा जाकर न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध जगदीश चंद्र के तीनों हत्यारोपियों से गहनता से पूछताछ करने पर उनके बयानों के आधार पर दिनांक 08 सितम्बर को विवेचनाधिकारी द्वारा जगदीश चंद्र हत्याकांड में पकड़े गए तीनों अभियुक्त जिस वाहन से अपने गाँव बेल्टी से घटनास्थल सैलापानी गए थे उस वाहन बोलेरो की तस्दीक कर कब्जे में लिया गया तथा घटना से संबंधित दो चश्मदीदों के न्यायालय के समक्ष बयान दर्ज कराए गए।
08 सितम्बर को जगदीश चंद्र हत्याकांड में संलिप्त 02 अन्य आरोपी नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह निवासी- नौगांव पो0 कनोली त0 रानीखेत अल्मोड़ा, नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह नौगांव पो0 कनोली त0 रानीखेत अल्मोड़ा प्रकाश में आये।
जिसमें आरोपी नन्दन सिंह की घटना के अगले दिन अज्ञात कारणों से मृत्यु होना प्रकाश में आया। नरेन्द्र सिंह को 09 सितम्बर को गिरफ्तार कर अभियोग में आवश्यक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
घटनाक्रम –
जगदीश चन्द्र पुत्र केश राम निवासी– पनुवादोखन तहसील सल्ट के द्वारा गीता उर्फ गुड्डी पुत्री जोगा सिंह निवासी– ग्राम बेल्टी तहसील भिक्यासैंण जिला अल्मोडा के साथ अंतरजातीय विवाह किया गया था, जिसके चलते गीता के परिजनों में काफी रोष था। गीता के परिजनों के द्वारा अपने साथी नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह व नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासीगण नौगाँव भनोली तहसील रानीखेत जिला अल्मोड़ा (उक्त दोनों लोग नदी से रेत निकालकर घोड़ो से रेत ढोने का कार्य करते थे) के साथ मिलकर जगदीश चन्द्र की हत्या का षडयंत्र रचा गया।
जिसमें नन्दन सिंह द्वारा जगदीश चन्द्र के कार्य हेतु ग्राम बोली चापड में आने व जगदीश के गाँव से निकलने की रेकी कर सूचना गोविन्द सिंह व उसके परिजनों को दी गयी। जिसके पश्चात गोविन्द व जोगा सिंह द्वारा जगदीश चन्द्र को 01 सितम्बर को अपहृत किया गया। जगदीश के अपहरण के पश्चचात गीता की माँ भावना, भाई गोविन्द सिंह व नन्दन सिंह ओमनी वैन संख्या (यूके 19 टीए 0389) में गीता की तलाश हेतु धारानौला आये, इस दौरान जोगा सिंह व नरेन्द्र सिंह के द्वारा जगदीश को बन्धक बनाकर सैलापानी पुल के पास रखा गया।
गीता के न मिलने से रूष्ठ होकर गीता के परिजनों व नन्दन सिंह द्वारा जगदीश की हत्या कर दी गयी व गीता के परिजन गोविन्द, जोगा सिंह व भावना देवी द्वारा जब जगदीश के शव को ठिकाने लगाने हेतु ओमनी वैन संख्या यूके 19 टीए 0389 के माध्यम से ले जाया जा रहा था, पुलिस टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों पकड़कर जगदीश का शव बरामद कर लिया गया।
गहन जांच के उपरांत 09 सितंबर 2022 को घटना में संलिप्त नरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
तिलक राम वर्मा सीओ रानीखेत विवेचनाधिकारी
थानाध्यक्ष भतरौजखान निरीक्षक संजय पाठक
चौकी प्रभारी भिकियासैंण मदन मोहन जोशी
आरक्षी शमीम अहमद थाना भतरौजखान
सर्विलांस/एस0ओ0जी0 टीम-
उ0नि0 सुनील धानिक एस0ओ0जी0 प्रभारी
उ0नि0 सौरभ भारती ए0एन0टी0एफ प्रभारी
आरक्षी बलवंत प्रसाद
आरक्षी इन्द्र कुमार