मुंबई में पूर्व नौसैनिक से मारपीट व जानलेवा हमले पर पूर्व सैनिकों में आक्रोश

अल्मोड़ा। मुंबई में एक पूर्व नौसैनिक से शिव सैनिकों द्वारा की गई कथित मारपीट व जानलेवा हमले से यहां पूर्व सैनिकों में आक्रोश है। पूर्व सैनिकों ने देश व सीमाओं की रक्षा की खातिर मर-मिटने का जज्बा रखने वालों पर इस तरह के जानलेवा हमले किए जाने की कड़ी भर्त्सना की।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई। मुंबई की घटना के खिलाफ बुधवार को भूतपूर्व सैनिक राष्ट्रीय सैनिक संस्था के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पहुंचे तथा संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पांडे के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा गया कि मुंबई में नौसेना के एक पूर्व अधिकारी पर शिव सैनिकों द्वारा किया गया जानलेवा हमला व मारपीट की घटना शर्मनाक है, जिसकी सभी पूर्व सैनिक आहत हैं तथा घटना की कड़ी भर्त्सना करते हैं। सवाल उठाया कि आखिर भूतपूर्व सैनिकों को अभिव्यक्ति की आजादी का कोई अधिकार नहीं है। ये सैनिकों का देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने का जज्बा ही है, कि वे आजीविका के कई साधन होने के बावजूद सेना का हिस्सा बनते हैं। राष्ट्रपति से आग्रह किया कि पूर्व नौसैनिक पर हमला व मारपीट करने के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे देश के रक्षकों से अभद्रता करने वालों के खिलाफ एक उदाहरण बन सके। ज्ञापन भेजने वालों में सैनिक संस्था के प्रदेश महासचिव पूर्व सूबेदार हरी सिंह नेगी, सूबूदार ध्यान सिंह बिष्ट, सीएचएम हीरा सिंह नेगी, गोविंद सिंह, शंकर दत्त, हवलदार रघुवर दत्त, कैप्टन आरएस मेहरा, रघुवरदत्त, प्रेम राम सहित कई पूर्व सैनिक शामिल रहे।