
उन्नाव (आरएनएस)। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर बांगरमऊ क्षेत्र के गहर पुरवा गांव के पास मंगलवार सुबह सवारियों से भरी बस पलट गई। हादसे में बस सवार दो लोगों की मौत हो गई। जबकि 21 लोग गंभीर रुप से घायल हैं। बता दें कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे बांगरमऊ क्षेत्र में गहरपुरवा गांव के पास मंगलवार सुबह सवारियों से भरी बस पलट गई। हादसे में बस में सफर कर रहे दो यात्रियों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। गौरतलब हो कि बस चालक जयपुर से सवारियां लेकर बिहार जा रहा था। अगर यात्रियों की माने तो बस के अंदर चालक व परिचालक आपस में किसी बात पर चर्चा करने लगे, अचानक चालक न अपना नियंत्रण बस से खो दिया, परिणामत: एक बडा हादसा सामने देखने को मिला। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद घायल यात्रियों को बस से बाहर निकाल कर 21 घायलों को एम्बुलेंस से सीएचसी में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद सात घायलों की हालत को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मृतकों में बिहार प्रांत के थाना महरावा के तितर बाजार के रहने वाले राकेश ठाकुर (45) की पहचान हो पाई है, दूसरे की शिनाख्त की पुलिस कोशिश कर रही है। हादसे के समय साथ में मौजूद तेरह वर्षीय बेटा लकी ने बताया कि पिता राकेश जयपुर में नाई का काम करते थे। बेटी रागिनी की शादी के लिए गांव जा रहा थे।
एसडीएम ने किए भोजन पानी के प्रबंध
आगरा एक्सप्रेस-वे पर बांगरमऊ क्षेत्र में हुई बस दुर्घटना के यात्रियों हेतु भोजन व चिकित्सकीय व्यवस्था का उपजिलाधिकारी बांगरमऊ अंकित शुक्ला द्वारा प्रबंध किया गया। एसडीएम द्वारा तत्काल किए गए प्रबंध से भूखे प्यासे घायल यात्रियों ने कुछ हद तक राहत की सांस अवश्य ली।
मृतक राजेश ठाकुर जयपुर में बाल कटिंग की दुकान चलाता था। राजेश की बहन रागिनी का आज तिलक होना था। उसी में शामिल होने के लिए राजेश अपने 10 वर्षीय पुत्र लकी के साथ घर जा रहा था। रास्ते में हुई दुर्घटना में राजेश काल के गाल में समा गया। जिससे बहन के तिलक समारोह की खुशियां मातम में बदल गई।
मामूली रूप से घायल लगभग 4 दर्जन यात्रियों को एक्सप्रेस वे पर स्थित पुलिस चौकी परिसर में बिठाया गया। घायलों का इलाज करने के लिए यहां के सरकारी अस्पताल से चिकित्सकों का दल एक्सप्रेस वे पर पहुंचा। मरहम पट्टी के बाद सीओ विक्रमाजीत सिंह ने एक अन्य बस बुलवाई। सभी यात्रियों को बस पर बैठाकर घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की।