सरकार में इस बार मिल सकता है मातृशक्ति को अधिक प्रतिनिधित्व
देहरादून। विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के साथ ही तस्वीर साफ हो चुकी है की उत्तराखंड में नई सरकार किसकी बनेगी, अब जबकि मुख्यमंत्री के चयन को लेकर कसरत चल रही है तो नए मंत्रिमंडल के नामों पर भी चर्चा होने लगी है। माना जा रहा है कि इस बार सरकार में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिल सकता है। इसके पीछे बड़ा कारण सत्तारूढ़ होने वाले दल भाजपा की छह महिला विधायक तो होना है ही, चुनाव में पार्टी की जीत में महिलाओं के योगदान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके मद्देनजर मातृशक्ति को पार्टी अधिक सम्मान सरकार में दे सकती है। राज्य में पांचवीं विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान संपन्न होने के बाद जब मत प्रतिशत की स्थिति साफ हुई तो बात सामने आई कि मातृशक्ति ने लोकतंत्र के उत्सव में अपनी जिम्मेदारी को बेहतर ढंग से निभाया है। यह इससे भी साबित होता है कि राज्य में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मत प्रतिशत पांच प्रतिशत अधिक रहा। महिलाओं को राजनीति में प्रतिनिधित्व देने के मामले में देखें तो भाजपा ने इस बार विधानसभा की 70 में आठ सीटों पर महिलाओं को टिकट दिए। इसमें दो सीटों को छोड़ शेष छह में भाजपा प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहीं। इससे सबको देखते हुए माना जा रहा है कि भाजपा सरकार में पिछली बार के मुकाबले इस बार महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। भाजपा की पिछली सरकार में एक महिला मंत्री थी, जबकि महिला विधायकों की संख्या शुरुआत में तीन और फिर उपचुनाव के बाद पांच हो गई थी। इस बार चुनाव में भाजपा की छह महिला प्रत्याशी जीती हैं तो पिछली बार की अपेक्षा उन्हें सरकार में अधिक प्रतिनिधित्व देने पर चर्चा होने लगी है। इसके पीछे महिलाओं के अधिक मत प्रतिशत का हवाला देते हुए मातृशक्ति को सम्मान स्वरूप मंत्रिमंडल में महिलाओं को अधिक स्थान देने का तर्क दिया जा रहा है। इसे देखते हुए सबकी नजर नए मंत्रिमंडल पर टिक गई हैं।