परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच कर रहे जवानों का पुलिस ने रोका

देहरादून। प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) संगठन का आंदोलन जारी है। लगातार तीसरे दिन पीआरडी जवानों में दून में कूच किया। बुधवार को परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच के दौरान पुलिस ने उन्हें इनकम टैक्स तिराहे पर रोक लिया। आगे बढ़ने के लिए उन्होंने हंगामा भी किया। बाद में वे प्रदर्शन करते हुए वहीं धरने पर बैठ गए।
सालभर नियमित ड्यूटी और युवा कल्याण विभाग से पृथक करने की मांग को लेकर पीआरडी के जवान आंदोलन कर रहे हैं। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद के नेतृत्व में पीआरडी जवान परेड ग्राउंड में एकत्र हुए। वे प्रदर्शन करते हुए रैली के रूप में सचिवालय की ओर निकले, लेकिन जब वे इनकम टैक्स तिराहे पहुंचे तो पुलिस ने बैरियर लगाकर उन्हें रोक लिया। इस पर हंगामा शुरू हो गया। बाद में पीआरडी जवान वहीं प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। दिनेश प्रसाद ने बताया कि पीआरडी जवान सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों में पुलिस जवानों के जैसे ही कोविड महामारी में ड्यूटी देते रहे, लेकिन उन्हें कोविड फ्रंट लाइन वॉरियर नहीं माना गया। प्रदेश में इस समय 9230 पीआरडी जवानों में से 700 को ही नियमित ड्यूटी दी जा रही, बाकी खाली हैं।
पीआरडी जवान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। कई बिना प्रशिक्षण लिए लोगों को ही पीआरडी में भर्ती कर ड्यूटी दी जा रही हैं। कुंभ में 3000 नए जवान को भर्ती कर प्रशिक्षण दिया गया, उन्हें भी घर बैठा दिया गया है। पीआरडी जवानों का दून मे तीन दिन में तीसरा प्रदर्शन रहा। इससे पहले वह यमुना कॉलोनी में विभागीय मंत्री अरविंद पांडेय, सीएम आवास के लिए कूच कर चुके हैं। रैली में हरी सिंह, गोपाल भट्ट, भगत दानू, राजेंद्र सिंह, किशन रावत, बारु तोमर, जितिन कुमार, विजय सिंह, चैन सिंह, धर्मेंद्र, भरत तोमर, राजेन्द्र सिंह, गोपाल सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश भट्ट, पदम सिंह, बिजेन्द्र कुमार, महेंद्र सिंह, दिलावर सिंह तोमर, विजय चौहान, बलदेव राणा, कुलदीप खन्ना, आशीष नेगी, मुकेश चौहान, सरिता राय, रंजना चौहान, गुड्डी भटवान आदि मौजूद थे।