7 घंटे की मशक्कत के बाद कोरोना संक्रमित एंबुलेंस में बैठा

रुडकी। कोरोना संक्रमित मिले व्यक्ति ने कोविड केयर सेंटर जाने से इनकार कर दिया। पीपीई किट पहने पुलिसकर्मियों ने उसके मकान का दरवाजा तोडऩे की कार्रवाई शुरू की तो वह बाहर निकलकर एंबुलेंस में बैठा। लिहाजा सात घंटे की मशक्कत के बाद उसे कोविड केयर सेंटर भेजा जा सका।
मंगलवार को लक्सर के एक व्यक्ति की कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सीएचसी के डॉ. वरुण शर्मा मरीज को कोविड केयर सेंटर ले जाने के लिए एंबुलेंस लेकर उसके घर के पास पहुंचे। उन्होंने मरीज को एंबुलेंस में बैठने को कहा, पर उसने घर पर ही रहकर इलाज कराने की बात कहकर जाने से मना कर दिया। जानकारी मिलने पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा व कई अन्य लोगों ने भी उनसे हरिद्वार जाने का आग्रह किया, पर मरीज नहीं माना। इसके बाद हरिद्वार बैठक में मौजूद एसडीएम पूरण सिंह राणा को जानकारी दी गई। उन्होंने मरीज से बात करनी चाही तो उसने फोन बंद कर लिया। इस पर एसडीएम ने एएसपी राजन सिंह से वार्ता की और मरीज को किसी भी तरह कोविड केयर सेंटर भिजवाने को कहा। एएसपी के निर्देश पर कस्बा चौकी के दरोगा उमेश नेगी पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे और कोविड केयर सेंटर न जाने पर मरीज के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी। साथ ही दो पुलिसकर्मियों को पीपीई किट पहनाकर मकान का दरवाजा तोडऩे और संक्रमित को बाहर लाने के निर्देश दिए। इस पर संक्रमित बाहर निकलकर एंबुलेंस में बैठा। अधीक्षक डॉ. वर्मा ने बताया कि सात घंटे तक इंतजार करने के बाद मरीज को हरिद्वार ले जाकर कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जा सका है।