
मुंबई (आरएनएस)। वृद्ध जनजातीय अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी का कल दोपहर यहां निधन हो गया। वह चिकित्सा आधार पर जमानत का इंतजार कर रहे थे। स्वामी के वरिष्ठ अधिवक्ता मिहिर देसाई ने बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों न्यायमूर्ति एस.एस.शिंदे और न्यायमूर्ति एनजे जामदार को घटनाक्रम की जानकारी तब दी, जब उनकी जमानत याचिका कल दोपहर सुनवाई के लिए आई। उनका इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने अदालत को सूचित किया, बहुत भारी मन से मुझे आपको सूचित करना पड़ रहा है कि फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया है। उन्होंने कहा कि 84 वर्षीय कार्यकर्ता को कार्डियक अरेस्ट हुआ था और उन्हें बचाया नहीं जा सका। ऐसा कहा जाता है कि स्टेन स्वामी भारत के सबसे उम्रदराज व्यक्ति थे जिन पर आतंकवाद का आरोप लगा था। जनवरी 2018 में भीमा कोरेगांव भड़की हिंसा से जुड़े मामले में पिछले साल अक्टूबर में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। स्टेन स्वामी को आतंकी घटनाओं की जांच करने वाली नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। एनआईए ने उनके माओवादियों से संबंध होने के भी आरोप लगाए थे, साथ ही उनपर यूएपीए की भी कई धाराएं लगाई गई थीं।