यदि जरूरत पड़ी तो सीएम आवास भी कोविड के लिए लगा दिया जाएगा: सीएम

देहरादून। कोरोना की तीसरी लहर के लिए सरकार की तैयारियों पर हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार फिर से हरकत में आ गई है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने यह तक कह दिया है जरूरत पड़ी तो सीएम आवास भी कोविड के लिए लगा दिया जाएगा।
कोविड-19 की दूसरी लहर के लिए कोई तैयारी नहीं होने के चलते जो बुरा दौर पूरे देश के साथ उत्तराखंड ने भी देखा वह दुबारा न आए ऐसा हर कोई चाहता है लेकिन कोशिश करने के लिए के लिए खुद कोई तैयार नहीं है। आलम यह है कि महामारी को लेकर भी हाईकोर्ट को बार-बार सरकार पर डंडा करना पड़ रहा है और तब जा प्रशासनिक अमला भी हरकत में आ रहा है। दूसरे दौर की कोई तैयारी नहीं थी और देखते ही देखते हजारों लोग महामारी का शिकार बन गये। अब वैज्ञानिक लगातार तीसरी लहर के आने की चेतावनी दे रहे हैं लेकिन राज्य की सरकार और अन्य राजनैतिक दल इस समय चुनावी मोड में आ गये हैं। तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित कर सकती है लेकिन उसके लिए सरकार ने क्या इंतजाम किए हैं इसके बारे में कोई जानकारी किसी के पास नहीं है। बच्चों के लिए वैसे तो कुछ कोविड अस्पताल तैयार किए गये हैं लेकिन पर्वतीय जिलों के लोगों के लिए शायद यह एक और भारी मुसीबत का दौर साबित होगा।
कोर्ट की फटकार के बाद सरकार हरकत में आई और एक बार फिर सरकारी अमला तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों में जुट गया है। वहीं सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रखी है। जरूरत पड़ने पर सीएम आवास को भी कोविड संक्रमितों के लिए दिया जाएगा। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि जिलों में होटलों को कोविड सेंटर के तौर पर प्रयोग करने के लिए तैयार किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि दूसरी लहर की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी लेकिन इस दौर को उन्होंने नजदीक से देखा है। एसडीआरएफ और पुलिस कर्मियों ने मृतक लोगों का अंतिम संस्कार किया। लेकिन अब तीसरी लहर के लिए पूरी तैयारी है। कहा कि कांग्रेस का काम धरना प्रदर्शन करने तक ही सीमित है। सीएम ने सवाल उठाया है कि कांग्रेस बताए किस कोविड मरीजों के लिए क्या किया है। कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि पूरे कोविड काल में कांग्रेस ने जनता को राहत देने के लिए क्या कार्य किए।