Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तर प्रदेश
  • सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर निशाने पर आए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व नेता रिजवी
  • उत्तर प्रदेश

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर निशाने पर आए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व नेता रिजवी

RNS INDIA NEWS 15/03/2021
default featured image

लखनऊ (आरएनएस)। कुरान से 26 आयतों को हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरपर्सन वसीम रिजवी अपने समुदाय के निशाने पर आ गए हैं। मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद के महासचिव और जाने-माने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद और ऐशबाग ईदगाह के इमाम और सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने रिजवी के इस कदम की न केवल निंदा की है, बल्कि शांति के उल्लंघन और ईशनिंदा के प्रयास के लिए उनकी गिरफ्तारी की भी मांग की है।
रिजवी ने हाल ही में कुरान की 26 आयतों को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। रिजवी की याचिका के अनुसार, ये आयतें हिंसा को उकसाती हैं और कथित तौर पर बाद में तीन खलीफाओं की अवधि में जोड़ी गईं। हालांकि, शिया और सुन्नी दोनों मौलवियों ने कहा है कि पिछले 1,400 वर्षों में मूल कुरान में एक भी शब्द का कोई बदलाव या छेड़छाड़ नहीं की गई है।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, रिजवी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वह मुस्लिम विरोधी ताकतों का एजेंट हैं और चूंकि सीबीआई वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार की जांच कर रही है, इसलिए वह समर्थन प्राप्त करने के लिए हथकंडे आजमा रहे हैं। इस बीच, टीले वाली मस्जिद के इमाम, मौलाना फजले मन्नान और कल्बे सिबतेन नूरी ने वसीम रिजवी के खिलाफ फतवा जारी किया।
रिजवी की याचिका की निंदा करते हुए, दोनों गुटों के सदस्यों ने रिजवी को इस्लाम और समाज से निकाल दिया। एक प्रसिद्ध सुन्नी धर्मगुरु मौलाना फजले मन्नान रहमानी नदवी ने कहा, रिजवी एक इजरायली एजेंट हैं जो केवल समाज की शांति और एकता में दरार पैदा करने का काम करते हैं। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सिबतेन नूरी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रिजवी ने धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। वह समाज का हिस्सा नहीं हैं क्योंकि वह केवल इसका ढांचा बिगाड़ते हैं।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: कैंटर चालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा
Next: विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत भारत में 3 करोड़ के करीब वैक्सीन के डोज दिए गए

Related Post

default featured image
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • देहरादून
  • राष्ट्रीय

महाकुंभ: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

RNS INDIA NEWS 09/02/2025
default featured image
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड

सीएम धामी को दिया प्रयागराज, यूपी में होने वाले महाकुंभ मेले का निमंत्रण

RNS INDIA NEWS 12/12/2024
judge hammer
  • उत्तर प्रदेश
  • राष्ट्रीय

तीन साल की बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपी ताऊ को मिली फांसी की सजा, 1 लाख का जुर्माना

RNS INDIA NEWS 05/08/2024

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • नकल माफियाओं को संरक्षण दे रही है राज्य सरकार: पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा
  • राशिफल 29 सितम्बर
  • वाहन अनियंत्रित होकर खाई मे गिरा, चालक की मौत
  • बाइक की टक्कर के बाद डिवाइडर से टकराया मजदूर, मौत
  • मां कात्यायनी को शहद और गुड़ से बने भोग लगाए
  • गंगानगर से तिलवाड़ा तक दो दिन में लोग स्वयं हटाएं अतिक्रमण

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.