वायर एवं केबल निर्माता वी-मार्क ने आईपीओ के लिए किया आवेदन दाखिल

एनएसई इमर्ज में सूचीबद्ध होने जा रही उत्तराखंड की पहली विनिर्माण कंपनी

देहरादून। हरिद्वार स्थित वायर एवं केबल निर्माता वी-मार्क इंडिया लिमि. ने 10 प्रति इक्विटी शेयर की फेस वैल्यू वाले 68,40,000 शेयरों तक के एक आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए नियामक के पास अपने कागजात दाखिल किए हैं। बाजार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कंपनी की लगभग 25 – 30 करोड़ जुटाने की योजना है। बुक रनिंग लीड मैनेजर की सलाह और विचार के मुताबिक कंपनी 8,40,000 इक्विटी शेयरों का निजी तौर पर आबंटन करने की सोच सकती है। इस इश्यू से जुटाई गई कुल राशि में से कंपनी रुडक़ी में अपनी प्रस्तावित नई विनिर्माण इकाई के पूंजीगत व्यय के लिए 15 करोड़ तक का उपयोग करना चाहती है, कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी कुल राशि में से 5 करोड़ तक लगाने का इरादा रखती है तथा शेष राशि को कॉर्पोरेट के सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति करने में खर्च करना चाहती है।संचालन के क्षेत्र में कंपनी का करीब 15 साल पुराना इतिहास है तथा यह हरिद्वार (उत्तराखंड) स्थित अपनी 2 विनिर्माण इकाइयों में ‘वी-मार्क’ के ब्रांड नाम से बीआईएस और सीई प्रमाणित वायर और केबल का निर्माण एवं मार्केटिंग करती है। कंपनी अपने उत्पादों को एक विविधीकृत बिक्री एवं वितरण प्रणाली के माध्यम से बेचती है, मुख्य तौर पर 1) सरकारी परियोजनाओं की आपूर्ति के लिए सरकारी टेंडर हासिल करके, 2) तैयारशुदा परियोजनाओं के लिए ईपीसी ठेकेदारों को आपूर्ति करके और 3) उनके 650 से ज्यादा डीलरों वाले डीलर एवं वितरण नेटवर्क तथा चंद निजी कंपनियों को सीधी बिक्री करके कंपनी अपने उत्पाद विक्रय करती है। कंपनी ने 21 से अधिक राज्यों में फैले अपने ग्राहकों के जरिए विशाल घरेलू उपस्थिति दर्ज कर रखी है। बिजली, रियल इस्टेट, टेलीकॉम और रेल्वे जैसे उद्योगों से जुड़ी सरकारी कंपनियों, पीएसयू, रिटेलर, वितरक, डीलर और ठेकेदारों समेत कंपनी एक विविधतापूर्ण ग्राहक-आधार की जरूरतों को पूरा करती है। एफवाय 20 के दौरान कंपनी ने अपने संचालन से 1304.95 लाख के इबिटडा तथा 464.60 लाख के पैट के साथ 171.24 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था।