
वाशिंगटन ,14 फरवरी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीनेट ने उनके दूसरे इम्पीचमेंट ट्रायल में बरी कर दिया है। ट्रंप पर 6 जनवरी के कैपिटल बिल्डिंग हिंसा मामले में विद्रोह भडक़ाने का आरोप था।
कई रिपब्लिकन सांसदों ने ट्रंप का समर्थन किया। सीनेट में चल रही कार्रवाई में ट्रंप के पक्ष में 43 वोट पड़े, वहीं उनके खिलाफ 57 सीनेटर्स ने वोटिंग की। इस तरह ट्रंप को दोषी बनाने के लिए जरूरी दो तिहाई वोट नहीं मिल सके। इसके बाद ट्रंप कैपिटल हिल्स में हुई हिंसा के मामले में बरी हो गए। 50 में से सात रिपब्लिकन सांसदों ने महाभियोग के पक्ष में डेमोक्रेट सांसदों का साथ दिया।
आरोप से बरी होने के बाद ट्रंप ने कहा कि हमारे देश में आरोप लगाने का ये सबसे बड़ा दौर चल रहा है। किसी भी राष्ट्रपति ने कभी इस तरह इसका सामना नहीं किया होगा।
इसके बाद महाभियोग के दूसरे आरोप, कांग्रेस के काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में ट्रंप 53-47 वोट के अंतर से बरी हुए थे।
महाभियोग को लेकर लगातार 4 दिनों तक सुनवाई हुई। इसके बाद पांचवें दिन वोटिंग हुई। इससे पहले सुनवाई के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वकीलों ने सीनेट में कहा कि रिपब्लिकन नेता पर लगे राजद्रोह भडक़ाने के आरोप ‘सरासर झूठे’ हैं और उनके खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई ‘राजनीति से प्रेरित’ है।