
अल्मोड़ा। अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नगर में विरोध प्रदर्शन करते हुए दुष्यंत गौतम का पुतला दहन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मामले में निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग उठाई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में दुष्यंत गौतम का नाम उजागर होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को बचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल एक हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि न्याय व्यवस्था पर सीधा हमला है। कांग्रेस पहले दिन से यह कहती रही है कि इस जघन्य अपराध में प्रभावशाली लोगों को बचाने की साजिश रची गई। अब जब एक वरिष्ठ भाजपा नेता का नाम सामने आया है, तो सरकार की कथित ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पूरी तरह बेनकाब हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि दुष्यंत गौतम की तत्काल गिरफ्तारी की जाए, पूरे मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा हत्याकांड से जुड़े सभी प्रभावशाली लोगों को कानून के कटघरे में लाया जाए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाए कि अब तक ऐसे नामों को सामने आने से क्यों रोका गया। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस हर स्तर पर संघर्ष जारी रखेगी और दोषियों को बचाने वालों को भी जवाबदेह बनाया जाना चाहिए। पुतला दहन कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, दीप डांगी, प्रकाश चंद्र जोशी, नारायण दत्त पाण्डेय, पूरन रौतेला, दिनेश नेगी, मनोज वर्मा, हर्ष कनवाल, विनोद वैष्णव, निज़ाम कुरैशी, अम्बी राम आर्या, अख्तर हुसैन, भैरव गोस्वामी, अजित कार्की, प्रीति बिष्ट, दिनेश पिल्कवाल, गीता मेहरा, सुशील साह, रमेश भाकुनी, संजय दुर्गापाल, गौरव वर्मा, वकुल साह, अमर बिष्ट, वैभव पाण्डेय, लीला जोशी, देव सिंह कनवाल, रविंद्र टम्टा, बाल विक्रम, गोविन्द मेहरा, परितोष जोशी, गोविन्द बाल्टियाल, मनोज बिष्ट, दीपेश कांडपाल, पंकज पाठक, राहुल अधिकारी, कार्तिक साह और अमरीश कुमार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

