
नई टिहरी(आरएनएस)। रेलवे की वादा खिलाफी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सौड़ गांव के प्रभावितों को मनाने एसडीएम पौड़ी को शुक्रवार रात दौड़ लगानी पड़ी। एसडीएम की ओर से एक महीने में मांगो के निस्तारण करने के लिखित आश्वासन के बाद प्रभावित अपना धरना खत्म करने को राजी हुए। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना की देश की सबसे बड़ी सुरंग के निर्माण स्थल सौड़ के प्रभावितों ने आरवीएनएल पर विभिन्न मुआवजा का भुगतान न किए जाने का आरोप लगाते हुए बीते शुक्रवार रेल उप प्रबंधक कार्यालय में तालाबंदी कर दी थी। वहीं निर्माण स्थल तक वाहनों की आवाजाही भी रोक दी थी। प्रभावितों ने चार मांगो का तत्काल निस्तारण की मांग करते हुए यहां रेल परियोजना के प्रवेश द्वार पर अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया गया था। समाज सेवी दिनेश टोडरिया व युवा नेता अर्जुन नेगी की अगुवाई में रेल परियोजना प्रभावित डीएम पौड़ी के धरना स्थल पर आने की मांग पर अड़ गए। प्रशासन की ओर से राजस्व निरीक्षक जयकृष्ण भट्ट व उप राजस्व निरीक्षक उत्सव अग्रवाल को तीन महीने में मांगो का निस्तारण किए जाने का संदेश के साथ यहां भेजा गया। जिस पर प्रभावितो ने रोष जताते तत्काल समाधान की मांग की। वहीं कड़ाके की ठंड में रेल प्रभावितों ने अलाव जलाकर रात में भी धरना जारी रखा। पुलिस व रेलवे अधिकारियों की बात दर किनार कर धरने में शामिल महिलाओ ने मांगो को माने जाने तक उठने से इनकार कर दिया। आखिर एसडीएम पौड़ी दीक्षिता जोशी साढ़े 9 बजे रात धरना स्थल पर पहुंची। जहां काफी बहस के बाद एसडीएम ने जनवरी 2026 तक सभी मांगो का निस्तारण किए जाने का लिखित आश्वासन दिया। जिसमें सुरंग निर्माण में विस्फोटकों के प्रयोग से घरों में आई दरारों का दोबारा संयुक्त निरीक्षण कर जनवरी तक मानकों के अनुसार भुगतान करने, नौकरी के बदले 5 लाख की राशि दिए जाने, प्रदूषण से हुई क्षति व विलंब से हुए भूमि भवन के मुआवजे का चार साल का ब्याज का समुचित भुगतान किए जाने की बात कही गई। एसडीएम के लिखित आश्वासन पर प्रभावितों ने घरना इस शर्त पर खत्म किया कि, एक महीने में अगर मांगो का निस्तारण नहीं हुआ तो वह रेल परियोजना कार्यालय में बेमियादी तालाबंदी करेंगे। यह तब तक जारी रहेगी जब तक उनके खातों में शेष मुआवजा राशि नहीं पहुंच जाती। धरने में यहां दिनेश टोडरिया, अर्जुन नेगी, रजनी नेगी, चित्रा देवी, मकानी देवी, विनोद सिंह, सिद्धार्थ सिंह, सरस्वती देवी, सोहन सिंह, गुलाब सिंह आदि शामिल रही।

