
नई टिहरी(आरएनएस)। श्रीदेव सुमन राजकीय पुस्तकालय, बौराड़ी से 2500 से अधिक दुर्लभ पुस्तकें हटाकर युवा कल्याण विभाग के स्टोर में रखी गई हैं, जिससे इनके नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है। ये पुस्तकें अत्यंत पुरानी और ऐतिहासिक महत्व की हैं, जिनमें अब आउट ऑफ प्रिंट पुस्तकें, अप्रकाशित सामग्री और बहुमूल्य पांडुलिपियां शामिल हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को तत्काल सभी पुस्तकों को पुस्तकालय में सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन द्वारा श्रीदेव सुमन पुस्तकालय को हाईटेक बनाने के प्रयास किए गए, जिससे व्यवस्थाओं में सुधार हुआ और पाठकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी बड़ी संख्या में युवा पुस्तकालय आने लगे हैं। लेकिन हाईटेक व्यवस्था की आड़ में पुस्तकालय प्रबंधन ने पुरानी और ऐतिहासिक महत्व की दुर्लभ पुस्तकों और पांडुलिपियों को उपेक्षित कर स्टेडियम स्थित युवा कल्याण विभाग के स्टोर रूम में रख दिया। इस मामले की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पत्रकार एवं इतिहासकार महीपाल सिंह नेगी ने पुस्तकालय के व्यवस्थापक और संबंधित कार्मिकों से इन पुस्तकों को पूर्व की भांति सुरक्षित एवं संरक्षित करने की मांग की। उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत आवश्यक जानकारियां भी मांगीं।

