
देहरादून(आरएनएस)। अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ-इस्कॉन से जुड़े कृष्ण भक्तों ने श्रीमद्भागवतगीता जयंती महोत्सव के मौके पर सोमवार को राम विहार बल्लुपुर में गीता के संपूर्ण 700 श्लोकों द्वारा यज्ञ आहूती में वैदिक अनुष्ठान के जरिए हिस्सा लिया। इस्कॉन के साधकों ने गीता के 18 अध्याय का वादन कर माहौल को कृष्ण भक्ति मय कर दिया। यज्ञाहूति के बाद हरिनाम संकीर्तन से गीता जयंती का शुभारंभ हुआ। यज्ञ के बाद गीता जी की आरती की गई। इस मौक पर गीता के महात्म्य पर इस्कॉन के संतों ने व्याख्यान दिया। इस्कॉन संत केशव भारती दास ने कहा कि गीता जयंती न केवल एक धार्मिक अवसर है बल्कि यह जीवन के सही मार्ग को समझने और अपनाने का अवसर है। गीता में कर्म, भोग, भक्ति एवं मोक्ष का सिद्धांत मिलता है, जो व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन को दिशा प्रदान करते हैं। गीता के श्लोकों को पढ़ने से मन शांत होता है। आत्मविश्वास बढ़ता है, जीवन के प्रति समझ बढ़ती है। कार्यक्रम के पश्चात भंडारा आयोजित हुआ। मौके पर रामस्वरुप भाटिया, धनंजय कृष्णदास, जितेन्द्र कुमार पंत, लव कुमार, जीएस नेगी, आरपी भट्ट, दिनेश गर्ग, रामलगन सिंह, नीतू सिंह, वंदना सिंह, ममता, श्यामा चौबे, राधेश, वेणु रति देवी दासी मौजूद रहे।

