
देहरादून(आरएनएस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) छात्रों के छात्रावासों की स्थिति और युवाओं में तेजी से बढ़ रही स्क्रीन टाइम को कम करने के लिए विशेष अभियान चलाएगा। सोमवार को परेड ग्राउंड में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने पत्रकारों को इन अभियानों की विस्तृत जानकारी दी। अभाविप जल्द ही छात्रावास सर्वेक्षण अभियान शुरू करेगा, जिसके तहत देशभर के छात्रावासों की सुरक्षा, स्वच्छता, भोजन की गुणवत्ता और अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तृत आकलन किया जाएगा। डॉ. सोलंकी ने बताया कि यह सर्वेक्षण छात्रों की वास्तविक जरूरतों को समझने और आवश्यक सुधारों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।दूसरा प्रमुख अभियान ‘स्क्रीन टाइम टू एक्टिविटी टाइम’ होगा, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में बढ़ती डिजिटल लत और मोबाइल-आधारित जीवनशैली के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इसके तहत कॉलेजों और छात्रावासों में योग, खेल, पुस्तक पठन, समूह संवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रचनात्मक कार्यशालाओं जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि युवाओं को सक्रिय और संतुलित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। अभाविप ने आगामी महीनों के लिए कई राष्ट्रीय वर्षगांठ आधारित कार्यक्रमों की भी घोषणा की। इनमें महारानी अब्बक्का की 500वीं जन्मजयंती पर प्रदर्शनी और परिचर्चाएँ, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, संघ शताब्दी वर्ष और प्रो. यशवंत राव केलकर जन्मशती पर देशव्यापी कार्यक्रम व यात्राएँ शामिल हैं। परिषद आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर जन-जागरूकता अभियान, श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम और वंदेमातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर देशव्यापी वंदेमातरम् गान भी आयोजित करेगी। कार्यक्रम में प्रांत मंत्री ऋषभ रावत, राष्ट्रीय मीडिया संयोजक हर्ष अत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिप्रा बसेड़ा मौजूद रहे।

