
अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा रजत जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने गीत, कविता, भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और जनभावनाओं को अभिव्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी रवींद्र नाथ पाठक ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र सिंह धामी और विशिष्ट अतिथि के रूप में शारीरिक शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर के. के. खोलिया उपस्थित रहे। मंच संचालन वरिष्ठ स्वयंसेवी विकास सिंह ने किया। मुख्य अतिथि देवेंद्र सिंह धामी ने स्वयंसेवकों को कुशल नेतृत्व के साथ राज्य की प्रगति में सहयोग करने और उत्तराखंड के क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। वहीं डॉक्टर के. के. खोलिया ने युवाओं से अपने स्तर पर समाज और राज्य के विकास में योगदान देने की बात कही। स्वयंसेवक मयंक, पंकज, कंचन और प्रीति ने अपने भाषणों में उत्तराखंड की शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण जीवन की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। भारती ने पलायन पर केंद्रित कविता प्रस्तुत की, जबकि राहुल और विकास ने रंगारंग कार्यक्रमों से माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया। कार्यक्रम अधिकारी रवींद्र नाथ पाठक ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के क्रांतिकारियों के योगदान को याद किया और स्वयंसेवकों को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन गिरदा के प्रसिद्ध समूहगीत ‘उत्तराखंड मेरी मातृभूमि’ के सामूहिक गायन के साथ हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में हुआ।





