
श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में छात्रहितों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आर्यन छात्र संगठन से जुड़े छात्रों ने गुरुवार को अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. ओपी गुसांई से वार्ता कर सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। पूर्व छात्र संघ महासचिव संजय बिष्ट, देवकांत देवराड़ी और छात्रसंघ सचिव अनुरोध पुरोहित ने कहा कि विश्वविद्यालयों में सीयूईटी प्रवेश परीक्षा को गढ़वाल की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार समाप्त किया जाना चाहिए। कहा कि गढ़वाल क्षेत्र में कहीं भी सीयूईटी के परीक्षा केंद्र नहीं बनाए गये हैं, जिस कारण दूरस्थ क्षेत्र के रहने वाले छात्र-छात्राएं परीक्षा देने से वंचित रह जाते हैं। छात्र संगठन ने गढ़वाल विवि में स्नातक स्तर पर होने वाली सीयूईटी प्रवेश परीक्षा को समाप्त किए जाने की मांग की। साथ ही प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी रिक्त पड़ी सीटों पर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (यूईटी) व मेरिट बेस के आधार पर प्रवेश दिए जाने की मांग की है। छात्रों ने बिना नेट की बाध्यता के पीएचडी प्रवेश परीक्षा को पूर्व की भांति कराये जाने की मांग की।आर्यन छात्र संगठन ने पुस्तकालय में नये पाठ्यक्रमों की पुस्तकों को उपलब्ध कराए जाने, प्रयोगशालाओं में उपकरण उपलब्ध कराए जाने, पीएचडी फेलोशिप 8 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किए जाने, छात्रावासों और विवि परिसरों में सफाई व्यवस्था ठीक किये जाने की मांग की। कहा कि यदि जल्द से मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है तो छात्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। मौके पर साहिल करासी, प्रेम नेगी, सुमित नेगी, दिव्यांशु ठाकुर, अभिषेक शाह आदि मौजूद थे।



