
अल्मोड़ा। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अभियंताओं पर गुरुवार को हुए हमले की घटना से विभागीय कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया है। बताया गया है कि प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग, अल्मोड़ा में कार्यरत अपर सहायक अभियंता अंकित सिंह और सहायक अभियंता पूरन सिंह फर्त्याल पर कुछ अराजक तत्वों ने अभद्रता, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी। हमलावरों ने इस दौरान अभियंता अंकित सिंह का मोबाइल फोन भी तोड़ दिया। घटना गुरुवार की है, जब दोनों अभियंता न्यू कलेक्ट्रेट, अल्मोड़ा के सुधार एवं चौड़ीकरण कार्य के लिए हवालबाग–बसोली मोटर मार्ग पर डिफैक्ट कटिंग से प्राप्त पत्थरों के परागमन को लेकर ग्राम पाखुड़ा के ग्रामीणों के साथ आयोजित बैठक समाप्त होने के बाद स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे, तभी कुछ लोगों ने अचानक गाली-गलौज शुरू कर दी। विवाद बढ़ने पर अभियंताओं से धक्का-मुक्की और छीना-झपटी की गई। अभियंता अंकित सिंह का मोबाइल फोन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। घटना की लिखित सूचना अभियंताओं द्वारा उसी दिन थाना सोमेश्वर में दी गई। मामले को लेकर शुक्रवार को उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ की आपात बैठक प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग, अल्मोड़ा में आयोजित की गई। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक ने अभियंताओं को आश्वासन दिया कि दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। संघ के पदाधिकारियों ने इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्रवाई की मांग की। संघ ने चेतावनी दी कि यदि 13 अक्टूबर तक घटना पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो विभागीय अभियंता कार्य बहिष्कार और आंदोलन शुरू करेंगे। संघ ने कहा कि ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बैठक में प्रदीप जोशी, अंकित सिंह, पूरन सिंह फर्त्याल, रवि दानी, आलोक ओली, सुरेश पौडियाल, मुकेश मिश्रा, हितांशी आदि अभियंता शामिल रहे।