
अल्मोड़ा(आरएनएस)। सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा की सबसे व्यस्त और पहचान मानी जाने वाली माल रोड इन दिनों गड्ढों से जूझ रही है। कॉलेज गेट से लक्ष्मेश्वर तक कई जगहों पर सड़क उखड़ चुकी है और बड़े-बड़े गड्ढों ने इसका रूप बिगाड़ दिया है। यह हालत न केवल यातायात के लिए खतरनाक है, बल्कि स्थानीय व्यापार और पर्यटन पर भी असर डाल रही है। बारिश के दौरान स्थिति और बिगड़ जाती है। गड्ढों में पानी भर जाने से वाहन चालकों को सड़क और गड्ढे में फर्क करना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। पैदल चलने वालों को भी पानी से भरे गड्ढों से गुजरना भारी पड़ता है। व्यापारियों का कहना है कि कुछ महीने पहले ही सड़क पर पैचवर्क किया गया था, लेकिन खराब गुणवत्ता के कारण गड्ढे दोबारा उभर आए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग अक्सर गड्ढों में मिट्टी-पत्थर डालकर काम चलाता है, जो टिकाऊ समाधान नहीं है। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि पैचवर्क के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं और बरसात खत्म होने के बाद मरम्मत का काम शुरू होगा। लेकिन पूर्व अनुभवों को देखते हुए स्थानीय लोग इस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। निवासियों का कहना है कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि रोज इसी मार्ग से गुजरते हैं, फिर भी सड़क की स्थिति पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। कई बार शिकायत के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। पर्यटन पर भी इसका नकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। अल्मोड़ा एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और माल रोड इसकी मुख्य पहचान है। यहां पहुंचने वाले पर्यटकों का स्वागत इन दिनों गड्ढों से भरी सड़क करती है, जिससे शहर की छवि धूमिल हो रही है। अल्मोड़ा माल रोड की बदहाल स्थिति अब जनहित का मुद्दा बन चुकी है। यह समस्या केवल यातायात तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर की आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन उद्योग से भी जुड़ी है। गुणवत्तापूर्ण मरम्मत, बेहतर जल निकासी व्यवस्था और नियमित रखरखाव ही इसका स्थायी समाधान है। अब सवाल यह है कि माल रोड की हालत ऐसी ही रहती है या इस तरफ प्रशासन और विभाग की नजर पड़ेगी और हालत सुधरेगी?